गाजियाबाद: इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन गाजियाबाद चैप्टर द्वारा गुड्स एवं सर्विस टैक्स (जीएसटी) के प्रथम चरण पंजीकरण, भुगतान, रिटन्र्स एवं रिफंडस पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस दरम्यान वक्ताओं ने जीएसटी पर विस्तार से प्रकाश डाला। चार्टर्ड एकाउंटेंट निधि श्रीवास्तव एवं अभिषेक राजा ने जीएसटी में किए जाने वाले भुगतान, कर योग्य व्यक्ति द्वारा जीएसटी का भुगतान कब किया जाए एवं भुगतान की प्रक्रिया की मुख्य विशेषता आदि विषय पर जानकारी दी। संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नीरज सिंघल ने कहा कि केंद्र एवं राज्यों के विभिन्न करों के एकीकरण तथा पूर्व में किए गए कर भुगतान की आईटीसी मिलने के कारण यह जहां करों के अध्यारोही प्रभाव को कम करेगी, वहीं इससे एकीकृत राष्ट्रीय बाजार की भी स्थापना होगी। उपभोक्ताओं के लिए इसका सर्वाधिक महत्वपूर्ण लाभ करों का बोझ कम होगा। इससे भारतीय उत्पादों के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी होने की भी संभावना है। इससे आर्थिक वृद्धि के अलावा कर आधार और व्यापार बढऩे तथा कर व्यवस्था के सरलीकृत होने के कारण केंद्र एवं राज्यों के राजस्व में भी वृद्धि की संभावना है। पारदर्शिता के कारण इसे प्रशासित करना भी सरल होगा। कार्यशाला के उपरांत भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड से आए प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड से संबंधित योजनाओं के बारे में अवगत कराया। इस अवसर पर प्रदीप कुमार, नीरज सिंघल, अमित नागलिया, जे.पी. कौशिक, साकेत अग्रवाल, संजय गर्ग, विपिन कौशिक आदि मौजूद रहे।
