यूपी में चुनावी दंगल समाप्त होने के बाद शाम तक इसके नतीजे भी आ जाएंगे, लेकिन अभी यह तय नहीं हुआ है कि यूपी का सीएम कौन होगा। हलाकि बीजेपी मोदी की लहर पांचो राज्य में है, अभी तक वोटो के आधार पर कहा जा सकता है कि यूपी में बीजेपी का डंका बच सकता है। अब जब उत्तर प्रदेश में अगली सरकार बीजेपी की होगी तो ऐसे में पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री के चयन को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं की गृहमंत्री राजनाथ सिंह यूपी के मुख्यमंत्री का चेहरा हो सकते हैं। हालांकि वर्तमान में राजनाथ सिंह जी ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह 11 मार्च के बाद भी गृहमंत्री ही रहेंगे। उत्तर प्रदेश की भाग दौड़ संभालने की चर्चा काफी समय से चली आ रही है कहां जा रहा था कि यदि पार्टी को विधानसभा चुनाव में जीत मिलती है तो यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में राजनाथ सिंह होंगे, हलाकि यह तो वक्त ही बताएगा कि यूपी के सीएम कौन होंगे।
प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को भी मुख्यमंत्री के रूप में दावेदार माना जा रहा है क्योंकि उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान 100 से ज्यादा रैलियां करके उन्होंने कार्यकर्ता के बीच अच्छी बैठ बनाई है, और वह राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के काफी करीब हैं, और इसका फायदा भी उन्हें मिल सकता है। अब जब प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद चुनावी तैयारियों में उनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण थी तो उनकी मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी स्वाभाविक है।
योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश में क्या भूमिका रही है यह बात किसी से छिपी नहीं है। यूपी के मुख्य मंत्री के दावेदार नामों में से एक है। योगी आदित्यनाथ बीजेपी के बड़े जमीनी नेता है और गोरखपुर व आसपास के जिलों में उनका अच्छा दबदबा है। लेकिन यह बात उनके खिलाफ भी जा सकती है, क्योंकि मोदी और अमित शाह ऐसे किसी भी नेता को यूपी की कमान नहीं देना चाहते जो बाद में उनकी अवहेलना करें।