गुरुवार को स्वदेश लौटीं उजमा अहमद ने पाकिस्तान को एक ‘मौत का कुआं,’ कहा वहां जाना तो आसान है लेकिन लौटना बहुत मुश्किल है। उजमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान में हुई घटना को बयां किया। उजमा ने कहा की अपने देश आकर ऐसा लग रहा की में आजादी की साँस ले रही हूं। मैं सुषमा मैम को धन्यवाद देती हूं। मैं सिर्फ घूमने के लिए पाकिस्तान गई थी। वहां, ताहिर ने मुझे नींद की गोलियां देकर टॉर्चर किया। किडनैप कर मुझे एक अजीब से गांव में रखा। वहां के लोग बहुत अलग हैं। ताहिर ने मुझे डराया और बेटी को किडनैप करने की धमकी देकर साइन करा लिए थे।’ उजमा ने अपनी आप बीती बताते हुए कहा की बंदूक की नोक पर मेरी शादी कराइ गई। उन्होंने कहा, ‘मैं सुषमा मैम को धन्यवाद देती हूं जो मुझे रोज फोन करके हिम्मत देती थीं और कहती थीं कि तुम जल्द ही वापस आओगी।’
उजमा अहमद ने बताया कि किस तरह उनका अपहरण कर लिया गया और जबरन शादी की गई। उनकी बेटी को जान से मारने की धमकी भी दी गई। अपनी कहानी बताते हुए वह भावुक हो गईं। उन्होंने बताया, ‘मुझे नींद की गोली दी गई और इसके बाद कुछ पता नहीं लगा कि कहां पहुंच गई। उजमा ने बताया की वहां सबकुछ बहुत अजीब था, रोज फायरिंग होती थी। वहां कई देशों से लड़कियों को लाया जाता था और फिर उनको प्रताड़ित किया जाता था। सबके घरों में दो बीबियां थीं। अपने वतन लौटी उजमा के लिए इस्लामाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर वाघा बार्डर तक सिक्योरिटी मुहैया करायी गयी। मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली उजमा ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली ने झूठ बोलकर उसे पाकिस्तान बुलाया और बंदूक की नोक पर उससे शादी की।
उजमा का मामला उस समय सामने आया, जब उसके पति ताहिर ने अदालत में एक अर्जी दाखिल कर आरोप लगाया कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास उजमा को अपने परिसर से बाहर नहीं निकलने दे रहा है। ताहिर का कहना था कि वह और उजमा वीज़ा लेने के लिए दूतावास गए थे। इसके बाद उजमा ने आरोप लगाया कि ताहिर से उसकी जबरन शादी करवाई गई थी।