दिल्ली: केंद्रीय कैबिनेट ने वीवीआईपी कल्चर पर अंकुश लगते हुए लाल बत्ती के इस्तेमाल को ख़तम कर दिया है। ये फैसला एक मई मजदूर दिवस से लागू होगा। इससे पहले, पीएमओ ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई थी। यह मामला प्रधानमंत्री कार्यालय में लगभग डेढ़ साल से लंबित था। इस दौरान पीएमओ ने पूरे मामले पर कैबिनेट सेक्रटरी सहित कई बड़े अधिकारियों से चर्चा की थी। सूत्रों के मुताबिक सड़क परिवहन मंत्रालय ने वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों के साथ परामर्श लेने के बाद पीएमओ के लिए कुछ विकल्प भेजे थे। इन विकल्पों में एक यह था कि लाल बत्तियों वाली गाड़ी का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद किया जाए। दूसरा विकल्प यह कि संवैधानिक पदों पर बैठे 5 लोगों को ही इसके इस्तेमाल का अधिकार हो। इन 5 में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और लोकसभा स्पीकर शामिल हैं।
