20/03/018/न्यूज़ एजेंसी / जमशेदपुर / मरीजों की जान बचाने के साथ-साथ युवाओं की किस्मत भी बदल देते हैं। इसीलिए इनकी चर्चा देश के विभिन्न राज्यों में भी होती है। पेशे से फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. गौतम भारती आठ साल से पूर्वी सिंहभूम जिले में निश्स्वार्थ भाव से गरीब मरीजों की सेवा कर रहे हैं। वहीं, 100 से अधिक युवाओं को फौज, जिला पुलिस सहित अन्य विभागों में नौकरी दिला चुके हैं।राष्ट्रीय कराटे रत्न से नवाजे गए डॉ. भारती देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर युवाओं को कराटे का प्रशिक्षण देकर फौज, पुलिस सहित अन्य प्रतियोगिताओं के लायक बनाते हैं। खुद कराटे में ब्लैक बेल्ट-5 इन हैं। डॉ. भारती आठ साल की उम्र से ही कोलकाता में स्व. कमांडर सिहान दादी बलसारा से कराटे का ट्रेनिंग लेना शुरू किया था। 1993 में ब्लैक बेल्ट हुए। 2010 में ब्लैक बेल्ट में 5 इन की उपाधि मिली। इसके बाद इंडियन अचीवर फोरम के द्वारा 2012 में राष्ट्रीय कराटे रत्न से नवाजा गया।ब्लैक बेल्ट की उपाधि लेने के लिए डॉ. भारती ने अद्भुत काम किए हैं। उन्होंने शरीर के विभिन्न हिस्से सिर, छाती व कमर से बुलेट पार करवाया है। वहीं, अपने पेट पर ट्रैक्टर भी दौड़ाया है। शीशम की लकड़ी व किक्रेट के विवेक को पैर से तोड़ा है। कांटी की तख्ता पर सोकर अपने से पांच गुणा अधिक वजन वाले व्यक्ति को अपने छाती पर खड़ा किया है। डॉ. भारती अब मरीजों की सेवा करने के साथ-साथ युवाओं को कराटे का प्रशिक्षण भी देते हैं। इसके लिए वे बहार, कोलकाता, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में भी जाते रहते हैं। इनके द्वारा प्रशिक्षित छात्रों में से करीब 100 से अधिक फौज, जिला पुलिस सहित अन्य विभागों में कार्यरत हैं।बीते आठ साल में फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. गौतम भारती शहर के आस-पास के क्षेत्रों में कुल 259 निश्शुल्क शिविर आयोजित कर चुके हैं।
