एसएचओ की मठाधीशी आई सामने, थाने में महिला कांस्टेबल से संवरवाए बाल
गाजियाबाद: पहले दंबगई और फिर मेरठ में तैनात एक महिला इंस्पेक्टर से चार्ज की दौड़ को लेकर विवादों में घिरीं महिला थाने की एसएचओ एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उनका एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें महिला एसएचओ अपनी मातहत कांस्टेबल से थाने की कुर्सी पर बैठी न सिर्फ अपने जुल्फ संवारवा रहीं हैं। बल्कि एक सिपाही द्वारा मठाधीश एसएचओ की प्राईवेट कार को साफ करने का भी वीडियो वायरल हुआ है। वायरल हुआ ये वीडियो पुलिस विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है।
करीब दो माह पूर्व बनाए गए इस वीडियो में महिला एसएचओ थाना परिसर में जनता दरबार लगाकर लोगों की शिकायतें सुन रही हैं। एसएचओ के सामने कुछ पीडि़त लोग बैठे हैं और एसएचओ के इर्द गिर्द उनकी मातहत कांस्टेबल मंडरा रही हैं। इसी दौरान एक कांस्टेबल को एसएचओ का हुक्म हुआ तो वह उनके खुले बालों को संवारने में जुट गई। दूसरी ओर एक सिपाही एसएचओ की कार पर कपड़ा मारता नजर आया। हालांकि एसएचओ का विवाद में घिरने का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी नोएडा से ट्रांसफर पर गाजियाबाद आईं एक महिला इंस्पेक्टर को उन्होंने अपने रसूक से मात देकर महिला थाने की कमान कब्जाई थी तब भी उक्त महिला इंस्पेक्टर ने उनपर गम्भीर आरोप लगाए थे। उक्त महिला इंस्पेक्टर द्वारा लगाए गए आरोपों का वीडियो सामने आने के बाद एसएचओ ने मेरठ के एक थाने में महिला इंस्पेक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उनका यह प्रकरण भी पुलिस विभाग में खासा चर्चित रहा था। इसके अलावा निवाड़ी थाने की कमान मिलने के दौरान पीडि़तों से एसएचओ के व्यवहार को लेकर भी अफसरों को कई बार उन्हें फटकार लगानी पड़ी थी। फिलहाल इस नए वीडियो के सामने आने के बाद अफसर चुप्पी साधे हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद महिला एसएचओ आरती सोनी ने सफाई देते हुए कहा कि उनके सिर पर क्रिकेट खेल रहे बच्चों की गेंद लग गई थी। जिसकी वजह से उनके सिर पर चोट लगी थी। चोट के दौरान मदद को कांस्टेबल आगे आई थी। कांस्टेबल के चोट देखने के दौरान उनके बाल बिखर गए थे। जिन्हें वह खुद संवारने लगी थी। एसएचओ ने अपनी थाने की एक महिला दरोगा पर द्वेष रखने का आरोप लगाया है। एसएचओ का कहना है कि ये वीडियो उक्त महिला दरोगा ने ही बनाकर वायरल किया है।
