नॉएडा गाज़ियाबाद से सटे दादरी स्थित पीएनबी के ब्रांच मैनेजर समेत असिस्टेंट मैनेजर और प्राइवेट लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुराने नोट बदलने के खेल में यूपी एक बार सुर्खियों में है, सीबीआई के मुताबिक नोटबंदी के दौरान पुराने नोट बदलने के लिए दादरी स्थित पंजाब नेशनल बैंक के बैक मैनेजर समेत कई लोगो पर एफआईआर दर्ज की गई है। जानकारी के मुताबिक फर्जी कंपनी और जाली दस्तावेजों के आधार पर खुले चालू खाते से 11 नवंबर से 29 नवंबर 2016 के बीच दो करोड़ 13 लाख 40 हजार के पुराने नोट खपा दिए गए।
सीबीआई के मुताबिक इस मामले में नोएडा के दादरी की साधोपुर की झाल पीएनबी शाखा के ब्रांच मैनेजर, असिस्टेंट मैनेजर और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक बैंक अधिकारियों ने चालू खाता खोलते समय जरुरी जाँच नहीं की जैसे केवाईसी फॉर्म अतियदि, दस्तावेजों की पड़ताल में अनदेखी की।
असिस्टेंट मैनेजर ने दिव्यांशी सेल्स कार्पोरेशन के नाम से 19 मई 2016 को चालू खाता खोला। इसमें उसने अपने दफ्तर का पता गाजियाबाद के लाल कुआं 6 तिरुपति इन्क्लेव दिखाया। लेकिन यह पता मौजूद ही नहीं है। AM द्वारा दी गई वोटर आईडी कार्ड में लगाई गई फोटो से छेड़छाड़ की गई थी।
जानकारी के मुताबिक आठ नवंबर 2016 में नोटबंदी होने के बाद इस खाते में 11 नवंबर से 29 नवंबर के बीच दो करोड़ 13 लाख 40 हजार रुपये जमा हुए। 16 नवंबर को इस खाते से करीब 60 लाख रुपये अलाएना बुलियन के यस बैंक के खाते में RTJS के जरिए ट्रांसफर हुए। इसके अलावा अन्य कई खातों में रकम ट्रांसफर हुई। लेकिन बैंक के अधिकारियों ने इसे छिपाए रखा। सीबीआई की पड़ताल में अफसरों की मिलीभगत के साक्ष्य मिले हैं।