-जीडी गोयनका स्कूल के बाहर अभिभावकों ने किया हंगामा
-स्कूल प्रबंधन द्वारा बात न किए जाने पर भडक़े पेरेंट्स
गाजियाबाद: एक तरफ जिला प्रशासन ने पब्लिक स्कूलों को 11 मई तक बढ़ी हुई फीस और वार्षिक शुल्क वसूलने पर रोक लगा दी है। वहीं स्कूल प्रबंधन प्रशासन के आदेश को ठेंगा दिखा कर मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। शुक्रवार को राजनगर एक्सटेंशन स्थित जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल में अभिभावक बढ़ी हुई फीस को लेकर प्रबंधन से बातचीत करने पहुंचे, लेकिन स्कूल की प्रिंसिपल ने बात करने से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद नाराज अभिभावकों ने स्कूल के बाहर प्रबंधन के खिलाफ जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल ने फीस में 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी कर दी है और बढ़ी फीस जमा कराने के लिए अभिभावकों पर दबाव बनाया जा रहा है। जबकि जिला प्रशासन ने 11 मई तक सभी स्कूलों को बढ़़ी हुई फीस और वार्षिक शुल्क वसूले जाने पर रोक लगा रखी है। इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन द्वारा अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव बनाकर परेशान किया जा रहा है। स्कूल के बाहर हंगामा बढ़ता देख प्रबंधन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने अभिभावकों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया।
डीएम को सौंपा ज्ञापन
अभिभावक सामाजिक कल्याण समिति ने शुक्रवार को पब्लिक स्कूलों के खिलाफ डीएम को ज्ञापन सौंपा। आरोप है कि प्रशासनिक रोक के बावजूद कई स्कूल संचालक मनमानी फीस वसूलने के लिए दबाव बना रहे हैं। वहीं, संगठन की ओर से दो मई को बंद किए गए स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई है।
नहीं लौटाई फीस, अभिभावक पहुंचे थाने

गाजियाबाद, 5 मई (ब्यूरो): पंचवटी स्थित एक स्कूल के प्रिंसिपल की शिकायत अभिभावकों ने पुलिस से करते हुए, आरोप है कि बच्चों को स्कूल से निकालने के बाद जमा फीस नहीं लौटाई जा रही है। पंचवटी में रहने वाली आंचल बंसल ने बताया कि उनके तीन बच्चे यहीं स्थित सुमिति ज्ञान पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। स्कूल द्वारा एनुअल फीस के नाम पर हर बच्चे के लिए 3.5 हजार रुपए मांगे जाने पर उन्होंने तीनों बच्चों को स्कूल से निकाल लिया। आंचल का कहना है कि तब तक वह सभी बच्चों की जून तक की फीस जमा कर चुकी थीं। आरोप है कि तीनों बच्चों की टीसी जारी करने के लिए भी 3-3 सौ रुपए लिए गए। मई और जून दो महीने की फीस रिफंड के लिए स्कूल ने बच्चों के नाम चेक जारी कर दिए। पीडि़ता का कहना है कि उनके बच्चों का बैंक में खाता नहीं है। शुक्रवार को वह स्कूल के प्रिंसिपल के पास पहुंची और उनके नाम का चेक बनाने की अपील की। आरोप है इस पर प्रिंसिपल ने उनसे अभद्रता की। पीडि़ता ने स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ कोतवाली थाना पुलिस को शिकायत दी है।