-सरकारी स्कूलों में लागू होगा नो वर्क नो मनी का फार्मूला
गाजियाबाद: अब सरकारी स्कूलों में नो वर्क नो मनी फॉर्मूला से ही शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। शासन ने ऐसी उम्मीद भी जताई है। जी हां, शासन ने यूपी के सरकारी स्कूलों में अपनी मनमर्जी चलाने वाले शिक्षकों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। एक दिन बिना बताए व्यक्तिगत काम से गायब रहने पर शिक्षकों का दो दिन का वेतन कटेगा। वहीं एक दिन लेट आने वाले शिक्षक का आधे दिन का वेतन काटा जाएगा। यादि कोई शिक्षक तीन दिन बिना बताए गायब रहना है तो उसकी एक सप्ताह की सैलरी काट ली जाएगी। शासन ने सभी आलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो सरकारी स्कूलों में पढ़ाने से जी चुराने वाले शिक्षकों पर सख्ती बरते। हालांकि इससे पहले भी स्कूलों में शिक्षकों के काम न करने पर उन पर कार्रवाई का नियम है, लेकिन वो नियम केवल नाम के लिए ही थे। उन पर आज तक कार्रवाई नहीं हुई है। अब जिला विद्यालय निरीक्षक को जिले के स्कूलों के शिक्षकों की हाजारी की रिपोर्ट हर महीने शासन को भेजनी होगी। अगर वो काम के समय में स्कूल में नहीं है तो उसका कारण भी डीआईओएस को लिखकर हर महीने जमा करना होगा।