नोएडा के सेक्टर 22 कें सी ब्लॉक में चल रहे नौकरी के नाम वेश्यावृत्ति कराने का मामला सामने आया है। यहाँ हैरान करने वाली बात यह है की यह सब पुलिस के संरक्षण में हो रहा है। किसी तरह से दलालों के चंगुल से छूटकर भागी युवती ने जब पुलिस से शिकायत की तो पहले तो पुलिस ने उसे डराया धमकाया और फिर उसे ही झूठा बता दिया।
ग्रेटर नोएडा कि रहने वाली युवती को कुछ दिन पहले नौकरी के लिए एक कॉल आया। फोन करने वाले ने युवती को सेक्टर-22 के सी ब्लॉक के एक पते पर बुलाया। करीब 10 दिन पहले युवती वहां पहुंची थी। युवती का कहना है कि जब वह वहां पहुंची तो वहां तीन आदमी व एक औरत थे। उन्होंने उसे बंधक बना लिया और मोबाइल फोन व सिम तोड़ दिए। उस पर वेश्यावृत्ति के लिए लगातार दबाव डाला गया। युवती ने बताया कि वहां हर रोज अलग-अलग लड़कियां आती थीं।
एक मिस्ड कॉल से निकली चंगुल से युवती का कहना है कि वहां तीन आदमी व एक औरत मिले। उन्होंने उसे बंधक बना लिया और मोबाइल फोन व सिम तोड़ दिए। युवती ने बताया की बृहस्पतिवार को उसे जबरन एक व्यक्ति के साथ भेजा गया। लेकिन उसके मोबाइल में सिर्फ एक मिस्ड कॉल के जितना ही बैलेंस था। ताकि धंधे से जुड़ा शख्स उसे वहां लेने पहुंच सके। जब वह युवक के पास से लौट रही थी, उस समय उसने अपने परिचित को मिस्ड कॉल की।
कैसे आया मामला सामने
युवती ने अपने एक परिचित को सारी आपबीती और पता बता दिया। परिचित ने भंगेल में रहने वाले युवती के पिता को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने डायल 100 पर सूचना देकर युवती को मुक्त कराने की गुहार लगाई। युवती के मुताबिक जब पुलिस वहां पहुंची तो धंधे से जुड़े लोगों से बातचीत के बाद लौट गई। लेकिन पुलिस ने जांच तक नहीं की।