नोएडा यूपी के परिवहन मंत्री गायत्री प्रजापति को सोमवार देर रात एटीएफ ने गौतमबुद्ध नगर टोल प्लाजा से उनके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। कानूनी कार्यवाही के लिए दोनों को रातोरात लखनऊ ले जाया गया। पुलिस के अनुसार यह लोग कल दिल्ली के सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की पैरवी करने के बाद नॉएडा होते हुए लखनऊ जा रहे थे। तभी एक सूचना के आधार पर उनकी गिरफ्तारी की गई। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री गायत्री प्रजापति उनके साथी आशीष शुक्ला, अशोक तिवारी सहित छह लोगों को पर एक महिला ने सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था।
ये था मामला
चित्रकूट की एक महिला ने आरोप लगाया था कि साल 2014 में प्रजापति की आवास पर उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में 18 तारीख को गायत्री प्रजापति व उनके साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। यह रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लिखी गई थी। मामले की जांच कर रही लखनऊ पुलिस की डीएसपी अमिता सिंह ने दिल्ली जाकर सुनीता का बयान दर्ज किया था।
गायत्री उनके करीबियों को लोकायुक्त का नोटिस
लखनऊ (ब्यूरो) उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री गायत्री प्रजापति की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। लोकायुक्त ने आय से अधिक मामले की जांच तेज करते हुए गायत्री प्रजापति व उनके साथी करीबियों को नोटिस भेजा है। गायत्री के दोनों बेटों के अलावा उनकी पत्नी व प्रतिनिधि पिंटू सिंह के खिलाफ भी जांच तेज कर दी गई है। गायत्री प्रजापति गैंगरेप मामले में फिलहाल फरार चल रहे हैं।