ग्रेटर नोएडा : नाइजीरिया के लोगो पर सोसायटी में ही रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया है। महिला ने नाइजीरिया के नागरिको पर आदमखोर होने का आरोप लगाया है। आरोप लगने के बाद जहां ग्रेटर नोएडा में रह रहे अफ़्रीकी सहमे हुए हैं, दुसरो और वहीं जिन अफ्रीकी नागरिको पर यह आरोप लगा है उनके नाइजीरिया स्थित मकान में किराये पर रहने वाले भारतीय भी डर के साये में हैं। उन्हें डर सता रहा है कि उनके साथ भी कोई हादसा न हो जाए। हालांकि नाइजीरियंस के पैरंट्स ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनके साथ कोई अप्रिय घटना नहीं होगी।
ग्रेटर नोएडा के सिग्मा-4 स्थित रॉयल सोसायटी में रहने वाले माइक और उनकी बहनों पर बुधवार को आदमखोर होने का आरोप सोसायटी में ही रहने वाली एक महिला ने लगाया था। आरोप के बाद से ही नाइजीरिया के लोग डरे सहमे हुए हैं और वह घर के बहार निकलने से भी डर रहे हैं। हालांकि मीट के टुकड़े का सैंपल लेने के साथ ही पुलिस यह साफ कर दिया कि यह चिकन या मटन का टुकड़ा हो सकसता है। माइक ने इसे अफ्रीकंस के खिलाफ साजिश बताते हुए उनके साथ मारपीट की आशंका जताई हैं।
घटना को लेकर नाइजीरिया में इंडियंस भी खौफ में
दूसरी ओर नाइजीरिया में रह रहे कुछ इंडियंस भी डरे हुए हैं। घटना के बाद माइक ने बताया कि नाइजीरिया के इनुगु स्टेट स्थित 112 नाइक रोड पर उनका मकान है। उनके मकान में कुछ इंडियंस भी रहते हैं। वे वहां 2011 से रह रहे हैं। माइक के पैरंट्स ने उन्हें बताया कि बुधवार की घटना के बाद इंडियंस भी डर गए हैं। उन्हें लगा कि इस घटना के कारण नाइजीरिया में भी कोई उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है। माइक के मुताबिक उनके पैरंट्स ने अपने किरायेदारों को आश्वस्त किया है कि वे पूरी तरह सुरक्षित हैं। माइक के मुताबिक, भारत में जितने नाइजीरियन रहते हैं, उससे अधिक इंडियन नाइजीरिया में रहते हैं। माइक ने बताया कि किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए उन्होंने अपनी बहनों को घर से बाहर निकलने से मना किया है। हालांकि पुलिस ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया है। इसके साथ ही एंबेसी ने भी अपने स्तर से इस मामले को उठाने का आश्वासन दिया है।