23 वर्षीय महिला के साथ गैंगरपे और उसकी 11 महीने की बच्ची की हत्या के मामले के सभी आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए हैं। पुलिस के मुताबिक पुलिस ने तीसरे आरोपी को बुलंदशहर से गिरफ्तार किया हैं। इससे पहले बुधवार को मुख्य आरोपी योगेंद्र और उसके साथी अमित को पकड़ा। तीनों मानेसर में किराए पर रहकर ऑटो चलाते हैं। अब तक जानकारी के अनुशार 29 मई को महिला के पति का उसके पड़ोसी से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। जिसके कुछ समय बाद ही महिला का पति घर से ड्यूटी पर निकला था। महिला के पति की पड़ोस के परिवार के साथ हाथ पाई हो गई थी जिससे उसकी पत्नी मिसकैरेज हो गया। पीड़ित महिला घबरा गई और घर छोड़कर अपने मायके जा रही थी। जिसके बाद ऑटो ड्राइवर्स और उसके साथियो ने वारदात को अंजाम दिया।
पीड़ित महिला के मुताबिक आईएमटी चौक पर उसने एक ट्रक से लिफ्ट ली। ट्रक वाले ने उससे छेड़छाड़ की। इसके बाद टोल पर ट्रक से उतरकर एक ऑटो में बैठी, जिसमें तीन युवक थे। तीनों ने महिला से गैंगरेप किया। बच्ची के रोने पर आरोपियों ने उसका मुंह दबाने के अलावा उसे रोड पर फेंक दिया। इससे उसकी मौत हो गई थी।
गुड़गांव पुलिस कमिश्नर संदीप खिरवार के अनुशार महिला अपनी मृत बच्ची को लेकर इधर से उधर भागती रही, यहां तक कि महिला ने अगले दिन बच्ची को लेकर मेट्रो में भी ट्रैवल किया। खिरवार ने बुधवार को बताया, “आरोपी योगेन्द्र ने अपराध कबूल कर लिया। 2 अन्य आरोपी जयकेश (ऑटो ड्राइवर) और अमित हैं। तीनों आरोपी बच्ची की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।”
इस पुरे मामले में पुलिस पर लापरवाही का भी आरोप लगा है जिसके तहत एक एसआई सुमन बाला को सस्पेंड कर दिया गया है। गुड़गांव पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों के स्केच जारी किए थे। पुलिस ने मानेसर एरिया के अब तक 50 से ज्यादा ऑटो-रिक्शा ड्राइवर्स से पूछताछ की। एसआईटी की एक टीम इस मामले की जांच में लगाई गई। वह क्राइम सीन को समझने के लिए विक्टिम महिला को लेकर सभी लोकेशन पर लेकर जा चुकी है।