प्रदर्शन कार रहे जाट, जाट आरक्षण संघर्ष समिति के आह्वान पर जाटों का धरना रविवार को जारी है। जसिया में जाट नेताओं ने कहा कि यदि उन्हें जमीन के नीचे सुरंग भी खोदनी पड़ी तो खोदेंगे और संसद तक जाएंगे।
हवा सिंह सांगवान गुट द्वारा 6 मार्च को शहीदी दिवस मनाने की घोषणा की और इसके बाद हिसार के रामायण गांव में रेल ट्रैक के पास बैठे जाट आंदोलनकारियों ने इसका विरोध करने के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है। समिति की ओर से कहा गया है कि यदि सांगवान गुट रामायाण ट्रैक पर धरना देगा तो उसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे जाटो से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस और फायर ब्रिगेड को पहले से ही तैनात किया गया है। वहीं दूसरी ओर जसिया धरने पर शनिवार को समिति पदाधिकारियों ने दावा किया था की 20 मार्च को वह 10 हजार से अधिक ट्रैक्टर लेकर संसद पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इस तैयारी में जुटी है कि संसद घेरने वालों को जिलों की सीमाओं पर रोका जाएगा। सरकार ने यदि ऐसा किया तो परिणाम बेहतर नहीं होंगे। समिति के जिला महासचिव कृष्णलाल हुड्डा ने कहा कि समाचार पत्रों में राजकुमार सैनी ने बयान दिया है जिसमें कहा गया है कि जाट दूसरों का हक मार रहे हैं। इस पर दूसरा समाज चुप नहीं बैठेगा। जाट आंदोलनकारियों ने सैनी के इस बयान की निंदा की।