6/02/2018/न्यूज़ एजेंसी /नई दिल्ली/चर्चित 2009 देहरादून फर्जी एनकाउंटर मामले में आज नई दिल्ली उच्चन्यायालय ने 7 पुलिस कर्मियों को जहाँ उम्रकैद की सजा सुनाई गई वही मामले में आरोपी 11 पुलिस कर्मियों को आजाद कर दिया गया,मामला गाजियाबाद के रहने वाले एमबीए के छात्र रणवीर सिंह का जिसे 2009 में एक फर्जी एनकाउंटर में मार दिया गया था।गाजियाबाद के शालीमार गार्डन निवासी एमबीए छात्र रणवीर सिंह अपने दोस्त के साथ 2 जुलाई 2009 को देहरादून घूमने व नौकरी के लिए साक्षात्कार देने देहरादून गया था। वहां कुछ पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।3 जुलाई 09 को उत्तराखंड पुलिस ने रणवीर को लुटेरा बताकर देहरादून के थाना रायपुर के लाडपुर जंगल में एनकाउंटर में मार गिराने का दावा किया था। फर्जी एनकाउंटर को लेकर उठे विवाद के बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई व बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इस मामले को देहरादून से दिल्ली की अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया था।दूसरी तरफ पुलिस का तर्क था कि तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल 3 जुलाई 2009 को देहरादून में थी इसको लेकर शहर में हाई अलर्ट घोषित था। इसी दौरान रणवीर व उसके साथियों ने लूटपाट की और पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया जिस कारण एनकाउंटर किया गया।