न्याय के देवता कर्मफल दाता शनि देव के बारे में तो आप सभी जानते होंगे। शनि देव की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि होती है। शनिवार के दिन शनि मंदिर में तेल चढ़ाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। माना जाता है कि शनिदेव की साढ़ेसाती और ढय्या से बचने के लिए वेदों के अनुसार शनि देव का व्रत रखने से उनकी कृपा बनी रहती है और साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं पड़ता। शास्त्रों के अनुसार हंस शनि देव का बहुत शुभ वाहन माना गया है। ग्रह कलेश समाप्ति के लिए शनि देव का पूजन करना आवश्यक है।
कैसे करे पूजा
-ग्रेहो के राजा शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन शाम को सरसों के तेल का दीपक अवश्य जलाना चाहिए।
-शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करने के बाद राहु केतु की भी पूजा करनी चाहिए।
-शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर काले तेल सरसों का तेल गुण नीले लाजवंती के पुष्प शनि देव को चढ़ाएं।
-शनि देव को भोग लगाने के लिए उड़द की दाल कि खिचड़ी बनाकर मंदिर में ले जाएं और भगवान को भोग लगाएं।
-इसके बाद उस खिचड़ी को प्रसाद के रूप में ग्रहण कर लें।