(न्यूज़ ब्यूरो) योगी आदित्यनाथ के कार्यभार संभालने के दो दिन बाद ही एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन हो गया। पार्टी दावा कर रही है कि महिलाओं, खास तौर पर कॉलेज स्कूल जाने वाली छात्रा से छेड़खानी रोकने की दिशा में स्कूल यह स्क्वॉड प्रभावशाली ढंग से कार्य करेगा। बीजेपी ने अपने इस घोषणापत्र में दर्ज इस वादे का जोरशोर से जोर शोर से प्रचार किया था।
मेरठ में मंगलवार को एंटी रोमियो स्क्वॉड का पहला दस्ता नजर आया ऐसे में कई स्क्वॉड पूरी ताकत के साथ सड़कों पर एक्शन में दिखे। मेरठ उन जिलों में से एक है जहां शैक्षिक संस्था और सार्वजनिक स्थलों पर ऐसे टीमों की शुरुआत की तैनाती की गई है। जिसका मकसद लड़कियों के साथ हो रही छेड़खानी और उनको सुरक्षा देना है।
स्क्वॉड टीम का एक्शन
मेरठ में ऐंटी रोमियो स्क्वॉड के गठन के पहले ही दिन स्कूलों, कॉलेजों, सिगरेट और पान की दुकानों और यहां तक कि पेस्ट्री के दुकानों पर मंडरा रहे लड़कों से ‘पूछताछ’ की गई। बाद में उनके घरवालों को बुलाकर उनकी ‘गतिविधियों’ की जानकारी देने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।