“पुलिस के लाठी चार्ज करने पर लोगों ने विरोध में फेंके पत्थर”
“मुआवजे की मांग करते हुए एनएच-24 पर जाम लगाकर दिया गया धरना”

गाजियाबाद: एनएच-24 पर डंपर की चपेट में आने से 9वीं कक्षा में पढऩे वाले छात्र की मौत हो गई। हादसे के बाद आसपास के लोगों ने आरोपी चालक को पकडक़र पुलिस को सौंप दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची मसूरी पुलिस ने छात्र के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही डंपर को कब्जे में लेते हुए आरोपी को हिरासत में लिया। उधर, हादसे के बाद नाराज परिजन व स्थानीय लोगों ने मुआवजे की मांग करते हुए एनएच-24 पर जाम लगा दिया। पुलिस के समझाने पर लोग शांत नहीं हुए और पत्थर फेंके जाने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा। इस दौरान करीब एक घंटे तक हाईवे पर हंगामा होता रहा, जिससे वाहनों की लंबी लाइन लग गई।
जानकारी के अनुसार, राजीवपुरम कॉलोनी निवासी राजेश कुमार का बेटा अमर (15) सोमवार दोपहर करीब 3:30 बजे स्कूटी में पेट्रोल भरवाने के लिए घर से निकला था। घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर सामने से आ रहे डंफर ने स्कूटी में टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो हादसे के बाद स्कूटी समेत अमर को करीब 100 मीटर तक डंपर घसीटता रहा, जिससे अमर की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद पास खड़ी पीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से आरोपी चालक को मौके पर रही दबोच लिया। हादसे की जानकारी मिलने के बाद परिजन मौके पर पहुंचे तो उन्हें अमर का शव नहीं मिला।
मुआवजा की मांग पर एनएच-24 हुआ जाम

मुआवजा की मांग करते हुए परिजनों ने कॉलोनी के लोगों के साथ मिलकर हाईवे पर दोनों तरफ जाम लगाते हुए धरना शुरू कर दिया। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें बिना बताए अमर के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। सूचना के बाद मसूरी पुलिस समेत, कविनगर, सिहानी गेट, मुरादनगर और महिला थाने से भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने जब लोगों को जबरन हाईवे से हटाने का प्रयास किया तो नाराज लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं पुलिस की तरफ से की गई लाठी चार्ज में कई लोग घायल हुए है। अमर की मां संतोष, बहन नीशू और कोमल को चोट आई है। परिवार के लोगों को आरोप है पुलिस ने जानबूझकर लाठी चार्ज किया।
कोट:
परिवार के लोग मुआवजे की मांग को लेकर बैठे थे। हाईवे को दोनों तरफ से ब्लॉक कर दिया गया था। जब लोगों को हटाने का प्रयास किसा गया तो पुलिस पर पत्थर फेंके गए। जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस की तरफ से सिर्फ हल्का बल प्रयोग किया गया था। आशीष श्रीवास्तव, एएसपी