दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के समाज शिक्षा विभाग द्वारा बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की 126 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में दिनांक 13 अप्रैल 2017 को भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका विषय था : ‘आज के युग में महिला सशक्तिकरण में डा. भीमराव अम्बेडकर का योगदान’। यह कार्यक्रम दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी के मुख्यालय श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग, दिल्ली-110006 के अमीर खुसरो सभागार में आयोजित किया गया। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में श्री जनार्दन मिश्र, प्रसिद्ध कवि-कथाकार-समीक्षक, डा. कुसुम वियोगी, प्रसिद्ध लेखक, कथाकार एवं श्रीमती अंजना भागी, ‘संवाद’ प्रत्रिका की संपादक शामिल थे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित करके किया गया।
इस प्रतियोगिता में अनेक प्रतिभागियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। प्रतियोगिता में विजयी हुए प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सभी वक्ताओं ने निष्कर्ष रूप से इस बात पर बल दिया कि डा. अम्बेडकर किसी जाति विशेष के ना होकर के पूरे भारत के महान नेता थे और महिलाओं के उत्थान एवं समाज में महिलाओं के प्रति फैली बुराईयों को दूर करने में उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित किया। कार्यकम के अंत में निर्णायक मंडल ने अपने विचार रखे जिसमे विशेष रूप से अंजना भागी ने बाबा साहेब की इस बात पर अधिक जोर दिया की यदि महिला शिक्षित होगी स्वस्थ होगी तो पूरा घर प्रगतिशील होगा, भारतीय सविधान के रचियता ने तो महिलाओं को वोटिंग राईट दिलवा सम्पूर्ण सशक्त कर दिया आज यदि वे जीवित होते तो महिलाओं को अवश्य सन्देश देते।