गाजियाबाद: प्रताप विहार विद्युत सब स्टेशन से स्थानांतरित बाबू द्वारा दफ्तर को लॉक कर चले जाने का मामला प्रकाश में आया है। कमरा ने खुलने से जरूरी दस्तावेज बाहर नहीं आ सके हैं। इससे विभागीय कामकाज पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। उपभोक्ताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों से शिकायत की गई है। उपखंड अधिकारी राजीव जैन के मुताबिक करीब पंद्रह दिन पहले बाबू उमेश चतुर्वेदी का विद्युत वितरण मंडल (ग्रामीण) बुलंदशहर के लिए तबादला हो गया था। स्थानांतरण के बाद बाबू उमेश अपने कमरे को लॉक कर चला गया। उसने बुलंदशहर में भी अभी कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। बाबू द्वारा कमरे को लॉक कर दिए जाने से संबंधित दस्तावेज नहीं मिल पा रहे हंै। इससे अधिकारियों के अलावा उपभोक्ताओं को भी दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। एसडीओ जैन ने बताया कि इस संदर्भ में विभागीय अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है। बता दें कि बाबू उमेश चतुर्वेदी लम्बे समय से प्रताप विहार सब स्टेशन पर कार्यरत था। उस पर कई बार गंभीर आरोप भी लगे। माना जा रहा है कि कमरे में बंद पड़ी फाइलों के सामने आने से भारी गड़बड़ी का खुलासा हो सकता है। फिलहाल जरूरी काम से सब स्टेशन आने वाले उपभोक्ताओं को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।