गुड़गांव में एक महिला ने अपनी 9 महिने की बच्ची को सिर्फ इसलिए खो दिया क्योकि वह किसी बात को लेकर हुए अपने पति से झगडे से नाराज महिला अपने मायके जा रही थी। पुलिस के अनुशार 23 वर्षीय महिला अपनी 9 महीने की बच्ची के साथ (खंडसा गांव) मायके जा रही थी। इसी दौरान रात को उसे एक ऑटो दिखा। इसमें ड्राइवर समेत 3 लोग सवार थे। घर छोड़ने का भरोसा देकर इन लोगों ने उसे ऑटो में बैठा लिया। महिला ने बताया कि ऑटो में ड्राइवर समेत 3 लोग थे, कुछ दूर जाने के बाद सूनसान जगह पर आरोपियों ने छेड़-छाड़ शुरू कर दी। इसी दौरान बच्ची रोने लगी तो आरोपियों ने गुस्से में उसे चलते ऑटो से फेंक दिया। इसके बाद गैंगरेप किया और तीनो आरोपी वहां से फरार हो गए। हत्या के बाद मां से गैंगरेप का मामला सामने आया है। वारदात को तीन बदमाशों ने चलते ऑटो में अंजाम दिया। जब बच्ची रोने लगी तो बदमाशों ने उसे ऑटो से बाहर फेंक दिया। फिलहाल, पीड़ित महिला हॉस्पिटल में एडमिट है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, लेकिन अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। घटना 29 मई की बताई जा रही है, लेकिन इसका खुलासा अब हुआ।
30 मई की सुबह रेप पीड़िता अपनी 9 महीने की मृत बच्ची को लेकर 8 घंटे भटकती रही। उसे उम्मीद थी कि डॉक्टर उसकी बच्ची को ठीक कर देंगे। जब वह अपने ससुराल पहुंची तो अपने परिवार वालो के साथ डॉक्टर के पास बच्ची को लेकर पहुंची जहा डॉक्टरों ने बच्ची को मृत बताया। पीड़िता का आरोप था कि पुलिस ने बच्ची की मौत का मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन गैंगरेप की बात को दबा दिया। देर शाम मानेसर थाने में तैनात एसआई सुमन बाला को सस्पेंड कर दिया गया। पुलिस ने महिला से पूछताछ के आधार पर तीनों आरोपियों के स्केच जारी किए गए। ऑटोचालक आरोपी को पुलिस पकड़ चुकी है।