पुलिस के संरक्षण में हाईवे पर लूटते थे सरिया से लदे ट्रक
गाजियाबाद: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रक लूटने वाले गिरोह का भंड़ाफोड़ करते हुए पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी सलमान ताज पाटिल के नेतृत्व में हत्थे चढ़े बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि पुलिस के संरक्षण में ही वे लोग हाईवे पर लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस की संलिप्तता सामने आने के बाद एसपी सिटी ने सीओ प्रथम इंद्रपाल सिंह को इसकी जांच सौंप दी। उधर, लूट का माल खरीदने वाले लोहा कारोबारी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अधिकारियों को गुमराह करने का पूरा प्रयास किया गया।
एसपी सिटी सलमान ताल पाटिल ने बताया कि शनिवार रात थाना कोतवाली क्षेत्र स्थित अमृत स्टील कंपनी के कपाउंड पर छापेमारी कर अनुज शर्मा, विशाल नागर, हसमत, सिराज, साजन, बालवीर और प्रवीण कुमार उर्फ लाल को गिरफ्तार किया गया है। प्रवीण कुमार उर्फ लाल लोहा कारोबारी है। इनकी निशानदेही पर हाईवे पर ट्रक से लूटे गए 1 टन सरिया, एक पिस्टल, दो ट्रैक्टर,एक ट्रक, 41 हजार रुपए, स्विफ्ट कार, एक तमंचा और कारतूस बरामद किया गया।
कार से ओवरटेक कर रूकवाते थे ट्रक
एसपी सिटी ने बताया कि गिरोह का सरगना अनुज शर्मा है। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलने पिछले कई महीनों से पश्चिमी यूपी के हाईवे पर लूटपाट की वारदातों को अंजाम दे रहा था। लूटपाट की वारदात को अंजाम देने के लिए वह अपने साथियों को लेकर स्विफ्ट कार से हाईवे पर निकलता था।
पुलिस के संरक्षण में करते थे लूट

पूछताछ में अनुज ने बताया कि लूटपाट की इस वारदात में पुलिस का संरक्षण होने के कारण वे लोग आसानी से अपना काम कर लेते थे। उसने बताया कि सरिए से लदा ट्रक दिखते ही कार से ओवरटेक कर उसे रूकवाते थे। हथियारों के बल पर ट्रक ड्राइवर और हेल्पर को नीचे उतार लिया करते थे। इसके बाद ट्रक से 1 से 2 टन सरिया उतारकर अपनी गाडिय़ों में लोड करके वहां से फरार हो जाते थे।
कंपनी की तरह से ऑपरेट होता था गिरोह
पूछताछ में पता चला कि अनुज गिरोह का हेड था, जबकि विशाल बतौर मैनेजर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। विशाल का काम ट्रक को टारगेट करना और लूट की योजना बनाने का था। वहीं लूट में हथियारों का प्रयोग हसमत करता था। सिविल लाइन पुलिस चौकी के पास स्थित गोदाम में लूट के सरिए को रखा जा रहा था। इसके बाद भी पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। एसपी सिटी ने इसे पुलिस की लापरवाही मानी है। उनका कहना है कि जांच में यदि कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लोहा कारोबारी ने पुलिस को किया गुमराह
गिरफ्तारी के बाद लोहा कारोबारी प्रवीण कुमार उर्फ लाल और उसके परिजनों ने पुलिस अधिकारियों को काफी गुमराह करने का प्रयास किया। प्रवीण के परिजनों ने पुलिस विभाग के आलाधिकारियों से संपर्क कर उन्हें बताया कि पुलिस की टीम ने 12 ट्रक पकड़े थे। इसमें से 8 ट्रक को रुपए लेकर पहले ही छोड़ दिया गया।