1/12/2016 / नोएडा। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरूणवीर सिंह को बीते 11 नवंबर को दिए गए ज्ञापन पर कोई कार्रवाई न होने से बुधवार को जनहित मोर्चा की तरफ से जिला संयोजक राजे कसाना की अध्यक्षता में एक कोर कमेटी की बैठक की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जनहित मोर्चा आगामी 27 दिसंबर को यमुना प्राधिकरण पर विरोध प्रदर्शन करेगा। इसके लिए आगामी 3 दिसंबर को ग्रेटर नोएडा में जनहित मोर्चा के प्रमुख कार्यकर्ताओं की एक बैठक होगी। इसमें आंदोलन की व्यापक तैयार की रणनीति तैयार की जाएगी, जिससे यमुना प्राधिकरण पर दबाव बनाया जा सके।
पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर ने कहा कि यमुना प्राधिकरण द्वारा 2009 में 21 हजार लोगों को आवासीय भूखंड आवंटित किए गए थे। जिनको 2013 में कब्जा देना था, लेकिन अब 2016 बीतने वाला है और लोगों को कब्जा नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि यमुना प्राधिकरण के पास जमीन ही नहीं है, जबकि आवंटियों से लगातार किश्तें भी जा रही हैं। साथ ही ब्याज वसूला जा रहा है और विलंब होने पेनाल्टी वसूली जा रही है। इसके अलावा अतिरिक्त मुआवजे के नाम 1330 प्रति मीटर अतिरिक्त वसूली की जा रही है।
जनहित मोर्चा ने प्राधिकरण से मांग की है कि आवंटियों को जल्द से जल्द भूखंड़ों पर कब्जा दिलाया जाए और जब तक कब्जा न मिले तब के समय को शून्य काल घोषित किया जाए। इस समय के लिए कोई ब्याज न लिया जाए। जिन आवंटियों ने 2013 के किश्तों पर ब्याज दिया है उसको मूल धनराशि में समायोजित किया जाए और इस समयवधि के लिए प्राधिकरण 15 प्रतिशत की दर से देरी सेे कब्जा देने के लिए आवंटियों को भरपाई के लिए दिया जाए। इसके अलावा बड़े भूखण्ड आवंटियों को छोटे भूखण्ड में परिवर्तन करने का विकल्प भी दिया जाना चाहिए। बैठक में साकेश शर्मा ने कहा कि नोएडा ईकाई पिछले दिनों विद्युत अधीक्षण अभियंता मुकुल सिंघल से मिली थी। जिसमें विद्युत विभाग से सबंधित समस्याओं जिनमें सरचार्ज खत्म करने और विद्युत दरों में कमी करने व कुछ अन्य मामलों पर पत्र दिया था। जिसका उन्होंने लिखित जवाब भी दिया है। लेकिन कोई हल नहीं निकाला गया है। इसके लिए जनहित मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द पश्चिमांचल विद्युत कार्यालय में ज्ञापन पत्र देकर समस्याओं के हल कराने की मांग करेगा।