10/7/2018/गाजियाबाद / लोनी इलाके से 12 साल के बच्चे की बेरहम पिटाई का मामला सामने आया है। बच्चा लोनी के अशोक विहार इलाके का रहने वाला है। और बच्चे को कुछ लोग फैक्ट्री में काम करने के बहाने ले गए थे। इसके बाद बच्चे की कुछ लोगों ने जमकर पिटाई की है । पीड़ित ने पुलिस से पूरे मामले की शिकायत की है पुलिस को दी शिकायत के अनुसार फेक्टरी के किसी कारीगर का मोबाइल चोरी हो गया था। जिसके बाद पीड़ित बच्चे पर शक जताते हुए कारीगर और उसके साथी बेरहमी पर उतर आये । बच्चे को बांधकर बच्चे को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। देर तक हैवानियत का दौर जारी रहा। बच्चे के चीखने की आवाजें सुन वहां के पड़ोसी कुछ लोगो ने बच्चे को छुड़ाया। पीड़ित बच्चे के परिवार ने घटना की शिकायत पुलिस से की है । बच्चा फोम के गद्दे बनाने की फैक्टरी में काम करने गया था। जहां किसी कारीगर का मोबाइल चोरी हो गया। चोरी के शक में बच्चे को पंखे से लटका कर बेहरमी से पीटा गया। बच्चा के अनुसार तीन लोगों ने उसकी पिटाई की । एक बेल्ट से दूसरा शख्स चप्पलों से तीसरा लात घुसों से उसको पीटता रहा। मासूम मोबाइल चोरी से मना करता रहा लेकिन तीनो ने उसकी बात नही मानी और उसे पीटते रहे । वही गाजियाबाद लोनी थाने की पुलिस की लापरवाही फिर एक बार सामने आ गयी । बच्चे को लटकाकर पिटाई करने और घटना का वीडियो होने के बाद भी महज एन सी आर काट करके खानापूर्ति कर ली। जबकि गम्भीर धाराओं में घटना की एफ आई आर दर्ज की जानी चाहिए थी । जानकारी के बाद एफआईआर और कार्यवाही की बात कह रहै है ।घटना के बाद से पीड़ित और पीड़ित का परिवार बेहद डरा हुआ हैं। वही पुलिस के इस लापरवाही भरे रवैये ने पीड़ित के डर को और बढ़ा दिया । चाहे कितने आदेश सूबे के मुख्यमंत्री और सूबे के बड़े अधिकारी , पुलिस को सही कार्यशैली अपनाने और उचित धाराओं में मुकद्दमा दर्ज करने किये जाने को लेकर दे लेकिन गाजियाबाद पुलिस के रवैये से साफ हैं कि वो सुधरने को तैयार नही है । अब गम्भीर धाराओं में मुकद्दमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही पुलिस कितनी जल्द करती है यह बड़ा सबाल है । क्योंकि पीड़ित और उसका परिवार डरा हुआ है ।
