23/03/18/
छेड़ने जा रहे हैं… इस बार उनके निशाने पर केंद्र की मोदी सरकार है… उनकी डिमांड किसानों के हक के लिए ठोस कदम की है…. वो किसानों की सुनिश्चित आय, पेंशन, खेती के विकास के लिए ठोस नीतियों समेत कई मांगों को लेकर शुक्रवार सुबह से धरने पर बैठ रहे हैं….इससे पहले दिल्ली पुलिस ने अन्ना को रामलीला मैदान में शुक्रवार से विरोध प्रदर्शन की अनुमति दे दी….. सभी सुरक्षा पहलुओं की जांच और पर्याप्त व्यवस्था करने के बाद ये अनुमति दी गई… हजारे और उनके समर्थक महाराष्ट्र सदन से सबसे पहले राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे…. वे शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहीदी पार्क भी जाएंगे और फिर रामलीला मैदान के लिए रवाना होंगे… जहां 2011 में उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और अनशन किया था….
अन्ना की मानें तो उनके साथ हजारों की संख्या से देशभर में अलग-अलग राज्यों से आए किसान आंदोलन में शामिल होने पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि वे इस आंदोलन में सिर्फ किसानों की लड़ाई लड़ेंगे। अन्ना ने मांगों को लेकर यह भी कहा कि इस बार जो लड़ाई होगी वो आर-पार की होगी।
अन्ना के मंच पर किसी भी राजनीतिक पार्टी को जगह नहीं दी जाएगी। इस बार की टीम का हर सदस्य एक शपथपत्र अन्ना को दे चुका है कि वह भविष्य में किसी राजनीतिक गतिविधि में भाग नहीं लेगा। अन्ना ने यह शपथपत्र अपने कार्यकर्ताओं से इसलिए लिया है, ताकि भविष्य में उनके आंदोलन के सहारे नया केजरीवाल, सिसौदिया या किरण बेदी पैदा न हो।
अन्ना हजारे की मांगें
1. कानून तो बन गए हैं लेकिन यह अब ठीक से काम नहीं कर रहे हैं।
2. लोगों को सूचनाएं नहीं मिल रही हैं।
3. अन्ना हजारे ने कहा कि हमारा कहना है कि सरकार के नियंत्रण में जो भी आयोग है जैसे कृषि मूल्य आयोग चुनाव आयोग नीति आयोग या इस तरह के अन्य आयोग से सरकार का नियंत्रण हटना चाहिए और उसे संवैधानिक दर्जा मिलना चाहिए।
4. ऐसे किसान जिसके घर में किसान को कोई आय नहीं है उसे 60 साल बाद 5000 हजार रुपया पेंशन मिलनी चाहिए।
5. संसद में किसान बिल को पास करो, क्योंकि हमारा संविधान सभी को जीने का अधिकार देता है।