05/03/2019/हिमाचल प्रदेश /जबना चौहान देश की युवा प्रधान है और उन्होंने सर्वप्रथम अपनी पंचायत में शराबबंदी लागू की । इस पर जबना चौहान को जान से मारने की धमकी भी मिली । लेकिन वह अपने फैसले से पीछे नहीं हटीं।जबकि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित महिला सरपंचों के सम्मेलन में इन्हें प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जा चुका है। बता दें कि शराबबंदी जैसा प्रस्ताव पंचायत की आम सभा की बैठक में पारित करवाकर जिले की इस युवा प्रधान ने मिसाल पेश की है। 22 साल की उम्र में प्रधान बनने के बाद जबना चौहान ने थरजून पंचायत को स्वच्छ बनाने में बेहतर काम किया है। इसके लिए प्रदेश सरकार भी उन्हें सम्मानित कर चुकी है।पंचायत में शराबबंदी लागू करवाने के लिए जबना को लोगों के विरोध का काफी सामना करना पड़ा था। जबना ने कहा कि समाज को जागरूक करने के लिए हमारा खुद का जागरूक होना बहुत जरूरी है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के समापन अवसर पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने जबना चौहान को मंच से बधाई दी।लेकिन जबना ने हार नहीं मानी और अपने फैसले पर अटल रही। जबना चौहान को अभिनेता अक्षय कुमार ने गुड़गांव बुलाकर सम्मानित किया था। अक्षय कुमार ने उन्हें अपनी फिल्म ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ के प्रमोशन इवेंट के दौरान समानित किया था। इस इवेंट में प्रधान जबना चौहान ने अपने विचार भी रखे। जिस पर अभिनेता अक्षय कुमार तथा इवेंट में उपस्थित लोगों ने उन्हें खूब सराहा। हिमाचल प्रदेश की जबना चौहान का नाम उस वक्त सुर्खियों में आया जब वह देश की सबसे कम उम्र की प्रधान बनीं और पंचायत में शराबबंदी भी लागू करवाई। जबना ने क्षेत्र में अपनी पंचायत को जिला में नंबर वन पर पहुंचाया। जबना चौहान देश की युवा प्रधान है और उन्होंने सर्वप्रथम अपनी पंचायत में शराबबंदी लागू की
