एजेंसी / बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ-साथ कराए जाने की उन्हें ‘‘तुरंत संभावना’’ नहीं लगती है क्योंकि इसके लिए जरूरी संवैधानिक बदलावों में समय लगेगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को संसद के संयुक्त सत्र के संबोधन के दौरान साथ-साथ चुनाव कराने की वकालत की थी और मोदी ने भी इसका समर्थन किया है। कुमार ने कहा कि साथ चुनाव कराए जाने से चुनावों का खर्च कम होगा और निर्वाचित सरकारों को विकास करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा।
बहरहाल उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए संवैधानिक जरूरतों को पूरा करना होगा और इसमें काफी समय लगेगा। लोकसभा और विधानसभा चुनाव तुरंत एक साथ कराए जाने की तुरंत कोई संभावना नहीं है।’’ उन्होंने जल संसाधन और नदी विकास मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात की ताकि बिहार में सिंचाई परियोजनाओं को समय पर पूरा करने में उनका सहयोग हासिल किया जा सके।