22/11/2016 ग्रेटर नोएडा। जनपद में शादी-ब्याह सहित अन्य खुशी के मौके पर प्रदूषण बढ़ाने वाली आतिशबाजी पर रोक लगने के बाद जिला प्रशासन अब लोगों को लेजर आतिशबाजी के लिए जागरूक करेगा। लेजर आतिशबाजी अभी चलन में नहीं है, लेकिन धीरे-धीरे लोग इसका प्रयोग करना शुरू दिया है। इससे वायु और ध्वनि प्रदूषण का खतरा न के बराबर है और खर्च भी लगभग कम ही है।
प्रशासन व पुलिस शांति समिति सहित ग्रामीणों के साथ बैठक के दौरान इसके लिए जागरूक करेगा। एसडीएम सदर राजेश यादव ने बताया कि आतिशबाजी पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। अक्सर लोग शादी-ब्याह सहित खुशी के अन्य मौकों पर पटाखे छोड़ते हैं, जिससे वायु और ध्वनि प्रदूषण बढ़ रहा है। इसके लिए अब प्रशासन से अनुमति लेना आवश्यक है। एसडीएम ने बताया कि वैकल्पिक तौर पर लोग लेजर आतिशबाजी का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेजर आतिशबाजी का अभी चलन ज्यादा नहीं है, क्योंकि लोग इसके प्रति जागरूक नहीं हो पाए है। लेजर आतिशबाजी से प्रदूषण का खतरा नहीं रहेगा। अक्सर बड़े आयोजनों में लेजर आतिशबाजी की जाती है। पटाखों की तरह ही विभिन्न तरह के रंगों और आकार के लेजर आतिशबाजी से भी निकलती है। इसमें खर्च भी बहुत ज्यादा नहीं होता है। उन्होंने बताया कि जनपद के लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन लोगों के साथ बैठक के दौरान लेजर आतिशबाजी के फायदे बता रही है ताकि जनपद में बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने में जनता की मदद ली जा सके।