23/09/2016ग्रेटर नोएडा। एडब्ल्यूएचओ सोसायटी में रहने वाले रिटायर्ड कर्नल को आस्ट्रेलिया में रहने वाले उनके ही भाई ने 22.94 लाख रुपये का चूना दिया है। कर्नल का आरोप है कि भाई उनकी मां को बहाने से रजिस्ट्री ऑफिस में लेकर गया और उनका फ्लैट अपने नाम करा लिया। पीड़ित ने कासना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करानी चाही, लेकिन पुलिस ने फर्जीवाड़ा का मामला होने से इनकार कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट में याचिका दायर कर 156/3 के तहत फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है। एडवोकेट धर्मेंद्र जयंत ने बताया कि पीड़ित श्याम प्रधान मूलरूप से देहरादून के रहने वाले हैं और चाई-1 सेक्टर स्थित एडब्ल्यूएचओ सोसायटी में रहते हैं। श्याम प्रधान आर्मी से कर्नल पद से रिटायर्ड हैं, जबकि उनके पिता रामेश्वर प्रधान भी आर्मी में सुबेदार रह चुके हैं। पीड़ित का एक भाई प्रदीप प्रधान आस्ट्रेलिया का स्थाई निवासी हो गया है और भारत की नागरिका भी खत्म हो गई है। आर्मी वेलफेयर हाउसिंग आर्गेनाइजेशन की तरफ से आर्मी को आवास मिलता है। इसके तहत ही उनके पिता को एडब्ल्यूएचओ सोसायटी में आवास आवंटित किया गया है। यह आवास 2009 में आवंटित किया गया, जिसके बदले उन्होंने कई किश्तों में 22.94 लाख रुपये सोसायटी को दिए। सोसायटी ने उनके नाम से 4 मई 2010 को फ्लैट क्लीयरेंस लेटर भी जारी किया है। इसी दौरान उनकी पोस्टिंग अहमदाबाद में कर दी गई। यहां वह 2012 तक रहे। वकील का कहना है कि पीड़ित का भाई प्रदीप प्रधान आस्ट्रेलिया से भारत आए और उनकी मां को बहकावे में लेकर रजिस्ट्री जाकर फ्लैट अपने नाम करा लिया। उन्हें और उनकी मां को जब जानकारी हुई, तो मामले की शिकायत पुलिस से की गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वकील का कहना है कि आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में याचिका दायर की है।