13/04/18/नई दिल्ली : समय रात 12 बजे…स्थान इंडिया गेट…राहुल गांधी हाथों में कैंडल लिए सह परिवार पहुंचे…देखते देखते भारी संख्या में उनका नुमाइंदे भी पहुंच ही गए….राहुल की माने तो ये महिलाओं के साथ सरकार लापरवाह है यानी सरकार महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर पा रही है फिर चाहे यूपी हो या फिर देश का सर कश्मीर….
राहुल गांधी गये तो थे सरकार का विरोध करने लेकिन वहां उनके खुद के परिवार का तमाशा बन गया…
दरअसल कांग्रेस के नए नवेले अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन को भीड़ से धक्का लग गया जो उन्हें रास नहीं आया और वो अपने ही कार्यकर्ताओं पर आग बबूला हो गई हैं….कहते हैं अगर नीयत ठीक नहीं होती तो अक्सर खुद का ही तमाशा बन जाता है..कांग्रेस का भी तमाशा बन ही गया… खैर अब सवाल उठता है कि आखिर क्या वाकयी में राहुल नींद से जाग गए हैं और उन्हें महिलाओं की सुरक्षा की चिंता होने लगी है… तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है…हम आपको बताते हैं हम ऐसा क्यों कह रहे हैं…दरअसल लेकिन इंडिया गेट पर रात बारह बजे जो कुछ भी हुआ वो एक प्रीप्लान ड्रामा था…क्योंकि राहुल की इंडियागेट पर कैंडल नौटंकी को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं..
चलिए आपको इंडिया गेट पर हुई नौटंके को लेकर जो सवाल खड़े हो रहे हैं वो भी बताते हैं…
पहला सवाल….कहां से आए बैनर और पोस्टर?
राहुल गांधी के कैंडल मार्च में अधिकतर लोगों के पास बैनर और पोस्टर थे। जिसमें महिलाओं को न्याय और बच्ची को इंसाफ दिए जाने के स्लोगन लिखे हुए थे। वो भी प्रिंटेड। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इतने कम समय में वो भी रात के वक्त इतने बैनर और पोस्टर कहां से आ गए। क्या ये पहले से ही तैयार किए गए थे?
दूसरा सवाल या फिर यू कहें कि सबूत भी सामने आया है कि राहुल गांधी के ट्वीट पर जो कमेंट आए हैं वो राहुल का फेवर नहीं करते राहुल गांधी ने कैंडल मार्च के लिए जो ट्वीट किया था। उसपर 12 घंटे में कुल 11 हजार रीट्वीट आए। ट्वीट पर ऐसे लोगों के कमेंट की संख्या कम है जिन्होंने कैंडम मार्च का सपोर्ट किया हो और कहा हो कि वो भी मार्च में शामिल होने आ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ट्वीट के जरिए लोग इतने कम समय में इंडिया गेट पर इकट्ठा हो गए।
तो आपने हमारे सवालों को देखा और जाना, ऐसे में अब आप जान गए होंगे कि राहुल गांधी का ये पूरा नाटक, ड्रामा, नौटंकी प्री प्लान थी स्वरचित मंचन था जिसकी पोल अब खुल चुकी है यानि राहुल गांधी ने इंडिया गेट जैसे पवित्र स्थल पर कैंडल मार्च के नाम पर दिखावा कर देश की जनता को छला है