25/10/2016/नोएडा। सेक्टर-21ए स्थित नोएडा स्टेडियम में चल रहे शिल्पोत्सव में एक तरफ तरह-तरह के परिधान, शिल्पकारी व रंगारंग कार्यक्रम लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे है, वहीं दूसरी तरफ मेले में आने वाले लोग विभिन्न तरह के 19 फूड स्टाॅल पर देश के जायके का मजा ले रहे है। मेले में 6 स्टाॅल राजस्थानी फूड के, 3 नाॅनवेज, 1 गुहाना की जलेबी, 1 डाॅमिनाॅज पिज्जा, 1 होम मेड पिज्जा, 1 नानवेज व इटालियन, 1 चाइनीज, 4 कुल्फी व चुस्की, काॅर्न व भेलपुरी के लगे है। ये स्टाॅल लोगों को अपनी तरपफ जरूर आकर्षित कर रहे हैं।
यहां पर सबसे ज्यादा 6 स्टाॅल पारंपरिक राजस्थानी खानों को परोस रहे हैं। मेले में कई स्टाॅल पुराने हैं तो कुछ नए भी हैं। बाबूलाल कैटर्स का आपणौ राजस्थानी रेस्टोरेंट ने अपना स्टाॅल पहली बार लगाया है। देशी घी में बनी इनकी स्पेशल राजस्थानी थाली में दाल, बाटी, चूरमा, गट्टे की सब्जी, मिस्सी रोटी, बाजरा रोटी, कढ़ी, चावल, मूंगदाल हलवा, मावा कचैरी, प्याज कचैरी, दाल कचैरी, जोधपुरी मिर्ची वड़ा शामिल है। खाने के स्वाद के चलते साल 2015 में दिल्ली के प्रगति मैदान में बाबूलाल कैटर्स को सिल्वर मेडल मिला था। इसके अलावा स्वाद राजस्थान से भी नोएडा में पहली बार स्टाॅल लग रहा है। यहां पर पारंपरिक राजस्थानी खाना के साथ ही स्पेशल कुल्हण वाला दूध्, गुजरात की स्पेशल दाभेली लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है। साथ ही राजस्थानी स्टाॅल पर ही मैदा और मोठ के आटा से बनी जलेबी लोगों को खूब भा रही है। ये जलेबी खाने में कुछ ज्यादा ही कुरकुरी है।
इस मेले में पहली बार घर की बनी पिज्जा, पाश्ता, गार्लिक ब्रेड, बर्गर, टिक्की और भटूरा खाने का अवसर मिला है, यम्मी बाईट्स में। स्टाॅल संचालक किरन अग्रवाल ने यहां पर स्टाॅल पहली बार लगाया है, मगर लोगों से उन्हें अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। वजह है उनका होम मेड व्यंजन, यहां पर शाॅस, क्रीम आदि घर पर बनाया हुआ है।
मीठे के शौकीनों के लिए गुहाना की मशहूर जलेबी आकर्षण का केंद्र है। ये स्टाॅल मेले में 4थी बार लग रहा है। जिसने भी ये जलेबी एक बार खा ली वो इसका दिवाना हो जाता है। क्योंकि ये जलेबी नहीं जलेबियों का बाप है। एक जलेबी लगभग 250 ग्राम की है। देशी घी में बनी ये जलेबी जिसने एक बार खा ली वो साल भर इसका इंतजार करता रहता है।
गोविंद के मूंगदाल के चीले जिसमें आलू, मशाला, टमाटर व पनीर भरा होता है। इसका स्वाद भी लोगों को खूब भा रहा है। मूंगदाल के चीलों का स्वाद सबको अपनी तरपफ अपने आप खींच लेता है।
नानवेज खाने वालों के लिए यहां पर दरबार ए अवध है। यहां पर लखनऊ की दम बिरयानी, कबाब, कबाब पराठा मशहूर है। बिरयानी के शौकीनों के लिए बिग बिरयानी स्टाॅल तो जायका पुरानी दिल्ली का में बिरयानी, चिकन बिरयानी, चिकन कबाब व चिकन टिक्का नानवेज को पसंद करने वालों के लिए है। खाना खाने के बाद पान के शौकीनों के लिए विपिन पाण्डेय का बनारसी पान का स्टाॅल भी लगा हुआ है। यहां पर कई वैरायटी के पान खाने के लिए मिल जाएंगें।