8/11/2016/नोएडा। उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर सोमवार सुबह चार दिवसीय छठ महापर्व संपन्न हुआ। शहर के विभन्नि छोटे बड़े 100 से अधिक घाटों पर लोगों ने उगते सूर्य देव को अघ्र्य दिया। यमुना व हिंडऩ नदी की गंदगी पर भी आस्था भारी रही। भक्त गंदे पानी के बीच जाकर पूजा अर्चना करते रहे। इसके साथ ही भक्तों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्प भी लिया।
नोएडा स्टेडियम में प्रवासी महासंघ द्वारा आयोजित छठ घाट में तीस हजार से अधिक भक्तों ने सूर्य देव को अर्घ्य दिया। महासंघ के महासचिव सुरेश तिवारी ने बताया कि भक्तों ने बहुत ही सादगी और उत्साह से पर्व को मनाया। अखिल भारतीय छठ पूजा समिति द्यारा सेक्टर-82 के पॉकेट सात के संट्रेल पार्क में छठ पर्व मनाया गया। समिति व आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष एसके मिश्रा ने बताया कि रविवार रात को सेक्टर के बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इसके अलावा प्रभा तिवारी, धीरज मिश्रा, संगीता तिवारी, अजय चौहान ने एक के बाद एक मैथिली व भोजपुरी गाने प्रस्तुत किए।
सेक्टर-71 छठ घाट पर हजारों छठ व्रतियों ने उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। सेक्टर में पूरी रात सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इस अवसर पर अखिल भारतीय प्रवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री सहयोग छठ पूजा समिति के संस्थापक मुन्ना कुमार शर्मा व पूजा समिति के अध्यक्ष बिजेंद्र राय ने बताया कि छठघाट पर रविवार रात दो बजे से ही छठव्रती व परिजन सिर पर सूप, डाला, और दउरा लेकर छठ गीत गाते हुए आने लगे। कुछ छठ व्रती रात भर घाट पर ही रुके रहे। छठव्रती तालाब में प्रवेश कर हाथ में सूप लेकर पूरब की ओर मुख करके भगवान सूर्य की प्रार्थना कर अर्घ्य अर्पित किया।
इस बार दल्लिी एनसीआर में छाई धुंध को देखते हुए छठ व्रतियों ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। प्रवासी महासंघ के महासचिव सुरेश तिवारी ने बताया कि धुंध की वजह से सूर्य देव के दर्शन करने में लोगों को परेशानी हुई। अब लोगों ने संकल्प लिया है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए वे प्रदूषण नहीं फैलाएंगे और पेड़ लगाएंगे। गंदगी पर आस्था भारी रही,भले ही लोगों का मन यमुना नदी और हिन्डन के पानी को देखते ही मन कसैला हो जाता हो,लेकिन इस बार छठ पर लोगों ने हिन्डन और यमुना नदी में खडे होकर सूर्यभगवान को अघ्र्य दिया। दोनों नदी के किनारे साफ. सफ ाई की उचित व्यवस्था नहीं थी और पानी से भी बदबू आ रही थी। पर लोगों ने बिना संकोच किए जल में प्रवेश कर पूजा की और अघ्र्य दिया।