-स्काई वॉक एफओबी के लिए विज्ञापन निति तय
-एनएमआरसी की नवीं बोर्ड बैठक में लिए गए निर्णय
20/9/2016/नोएडा। नोएडा-ग्रेटर नोडा मेट्रो रूट पर सभी 21 मेट्रो स्टेशनों पर पार्किंंग का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए नोएडा ग्रेटर-नोएडा प्राधिकरण की ओर से जमीन चिन्हित की जा चुकी है। यहां से मेट्रो पकड़ने वाले वाहन चालकों को दिक्कत न हो, इसका निर्णय नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) की 9वीं बोर्ड बैठक में लिया गया। बैठक में सिटी बस सर्विस, कनेक्टिविटी, स्टॉफ बढ़ोत्तरी के अलावा सेमी नेमिंग राइट के आधार पर विज्ञापन पर चर्चा की गई। वहीं 23 सितंबर को वार्षिक बैठक का निर्णय लिया गया है।
सेक्टर-29 स्थित एनएमआरसी के कार्यालय में दोपहर तीन बजे एमडी संतोष यादव की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक की गई। जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए। साथ कई एंजेडो पर मुहर लगाई गई। बैठक में मेट्रो व एनएमआरसी की सिटी बसों के संचालन को लेकर ज्यादा तवज्जो दी गई। बताते चले कि पहले चरण में एक अक्टूबर से 100 बसों का संचाालन किया जाना है। इसमें 50 बसे नॉन एसी व 50 बसें एसी चलेंगी। एनएमआरीसी द्वारा बसों के संचालन में जो किराया तय किया गया है उसका एक प्रस्ताव स्टेट ट्रांसपोर्ट प्राधिकरण को भेजा जा चुका है। बसों में न्यूनतम किराया 10 रुपए से लेकर अधिकतम किराया 45 रुपए होगा। एसी बसों में न्यूनतम किराया 15 रुपए होगा। यह किराया 0 से 3 किलोमीटर पर लागू होगा। इसके बाद प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया तय किया गया है। अच्छी बात यह है कि मेट्रो स्टेशन से कार पर्किंग, आॅटो रिक्शा, साइकिल व पैदल यात्रियों के लिए लास्ट लाइन कनेक्टिविटी के लिए सलाहकार कंपनी के चयन के लिए प्रस्ताव पारित किया गया ताकि मुसाफिरों को दिक्कत न हो।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो रूट सेक्टर-71 से परिचौक तक जाएगा। यहां कुल 21 मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित है। सभी मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। पार्किंग की क्षमता कितनी होगी, यह मेट्रो स्टेशन पर आने वाले लोगों की क्षमता पर निर्भर करेगा। फिलहाल बता दे सेक्टर-71 मेट्रो का इंटरचेंज होगा। लिहाजा यहां सबसे ज्यादा की पार्किंग होगी। इसके लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा जमीन चिन्हित की जाएगी। पार्किंग का निर्माण किस तरह से किया जाए, इसके लिए सलाहकार कंपनी का चयन किया जाएगा। अधिकारियों की माने तो कंपनी के चयन के बाद पार्किंग के लिए डीपीआर तैयार की जाएगी।
प्रस्तावित मेट्रो स्टेशनों के अलावा इनको जोड़ने वाले स्काई वॉक व फुटओवर ब्रिज (एफओबी) पर विज्ञापन लगाए जाएंगे। इसके लिए एनएमआरसी द्वारा पालिसी बनाई जा रही है। फिलहाल अभी तक के निर्णय में यहां दिए जाने वाले विज्ञापन अर्ध स्वामित्व यानी सेमी नेमिंग पालिसी पर होगी। इसके लिए एक ड्राफ्ट तैयार किया गया है। जिसको लेकर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। बैठक में 2015-16 की बैलेंस शीट व वित्तीय परिणाम को अंतिम रूप देते हुए उसे सर्व सम्मति से पास किया गया। साथ ही वित्तीय वर्ष 2015-16 आडिट के लिए सीएजी (कैग) द्वारा नियुक्त किए फर्म को आपसी सहमति से पास किया गया। साथ ही कंपनी की वेबसाइट का निर्माण किया जाएगा। जिसे डीएमआरसी की तर्ज पर बनाया जाएगा इसके लिए यूपीडेस्को को चुना गया है। स्टॉफ बढ़ाने के साथ एनएमआरसी के वर्तमान कार्यालय का स्थान बढ़ाया जाएगा। इसके लिए सेक्टर-29 में जिस स्थान पर कार्यालय है उसी स्थान पर 16 हजार वर्गमीटर अतरिक्त स्थान पर प्रयोग किया जाएगा।
20/9/2016/नोएडा। नोएडा-ग्रेटर नोडा मेट्रो रूट पर सभी 21 मेट्रो स्टेशनों पर पार्किंंग का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए नोएडा ग्रेटर-नोएडा प्राधिकरण की ओर से जमीन चिन्हित की जा चुकी है। यहां से मेट्रो पकड़ने वाले वाहन चालकों को दिक्कत न हो, इसका निर्णय नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) की 9वीं बोर्ड बैठक में लिया गया। बैठक में सिटी बस सर्विस, कनेक्टिविटी, स्टॉफ बढ़ोत्तरी के अलावा सेमी नेमिंग राइट के आधार पर विज्ञापन पर चर्चा की गई। वहीं 23 सितंबर को वार्षिक बैठक का निर्णय लिया गया है।
सेक्टर-29 स्थित एनएमआरसी के कार्यालय में दोपहर तीन बजे एमडी संतोष यादव की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक की गई। जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए। साथ कई एंजेडो पर मुहर लगाई गई। बैठक में मेट्रो व एनएमआरसी की सिटी बसों के संचालन को लेकर ज्यादा तवज्जो दी गई। बताते चले कि पहले चरण में एक अक्टूबर से 100 बसों का संचाालन किया जाना है। इसमें 50 बसे नॉन एसी व 50 बसें एसी चलेंगी। एनएमआरीसी द्वारा बसों के संचालन में जो किराया तय किया गया है उसका एक प्रस्ताव स्टेट ट्रांसपोर्ट प्राधिकरण को भेजा जा चुका है। बसों में न्यूनतम किराया 10 रुपए से लेकर अधिकतम किराया 45 रुपए होगा। एसी बसों में न्यूनतम किराया 15 रुपए होगा। यह किराया 0 से 3 किलोमीटर पर लागू होगा। इसके बाद प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया तय किया गया है। अच्छी बात यह है कि मेट्रो स्टेशन से कार पर्किंग, आॅटो रिक्शा, साइकिल व पैदल यात्रियों के लिए लास्ट लाइन कनेक्टिविटी के लिए सलाहकार कंपनी के चयन के लिए प्रस्ताव पारित किया गया ताकि मुसाफिरों को दिक्कत न हो।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो रूट सेक्टर-71 से परिचौक तक जाएगा। यहां कुल 21 मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित है। सभी मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। पार्किंग की क्षमता कितनी होगी, यह मेट्रो स्टेशन पर आने वाले लोगों की क्षमता पर निर्भर करेगा। फिलहाल बता दे सेक्टर-71 मेट्रो का इंटरचेंज होगा। लिहाजा यहां सबसे ज्यादा की पार्किंग होगी। इसके लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा जमीन चिन्हित की जाएगी। पार्किंग का निर्माण किस तरह से किया जाए, इसके लिए सलाहकार कंपनी का चयन किया जाएगा। अधिकारियों की माने तो कंपनी के चयन के बाद पार्किंग के लिए डीपीआर तैयार की जाएगी।
प्रस्तावित मेट्रो स्टेशनों के अलावा इनको जोड़ने वाले स्काई वॉक व फुटओवर ब्रिज (एफओबी) पर विज्ञापन लगाए जाएंगे। इसके लिए एनएमआरसी द्वारा पालिसी बनाई जा रही है। फिलहाल अभी तक के निर्णय में यहां दिए जाने वाले विज्ञापन अर्ध स्वामित्व यानी सेमी नेमिंग पालिसी पर होगी। इसके लिए एक ड्राफ्ट तैयार किया गया है। जिसको लेकर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। बैठक में 2015-16 की बैलेंस शीट व वित्तीय परिणाम को अंतिम रूप देते हुए उसे सर्व सम्मति से पास किया गया। साथ ही वित्तीय वर्ष 2015-16 आडिट के लिए सीएजी (कैग) द्वारा नियुक्त किए फर्म को आपसी सहमति से पास किया गया। साथ ही कंपनी की वेबसाइट का निर्माण किया जाएगा। जिसे डीएमआरसी की तर्ज पर बनाया जाएगा इसके लिए यूपीडेस्को को चुना गया है। स्टॉफ बढ़ाने के साथ एनएमआरसी के वर्तमान कार्यालय का स्थान बढ़ाया जाएगा। इसके लिए सेक्टर-29 में जिस स्थान पर कार्यालय है उसी स्थान पर 16 हजार वर्गमीटर अतरिक्त स्थान पर प्रयोग किया जाएगा।