14/10/2016/नोएडा। दिवाली पर्व से पहले शहर में मिसाइल गन की धूम मची हुई है। मिसाइल गन का क्रेज बच्चों में अधिक देखा जा सकता है। क्या मार्केट में उपलब्ध मिसाइल गन मासूमों के लिए सुरक्षित है। शायद नहीं, इस प्रकार के गन के साथ मिलने वाली मिसाइल किसी के भी आंखों की रोशनी छिन सकती है। साथ ही शरीर के जिस हिस्से में भी मिसाइल आकर लगेगी, वहां का हिस्सा पूरी तरह से झुलस सकता है। इस प्रकार के गन राकेट बम की तर्ज पर बने हुए है। जहां राकेट बम का क्रेज सबसे अधिक युवाओं में रहा, वहीं इस दिवाली मिसाइल गन का क्रेज सबसे अधिक बच्चों में देखा जा रहा है।
मिसाइल गन को अन्य गन की तरह ही बनाया गया है। इस गन के साथ दो प्रकार के विस्फोटक मिल रहे है। एक विस्फोटक का प्रयोग करने पर केवल आवाज निकलती है। वहीं दूसरा विस्फोटक मिसाइल की तरह आग उगलता हुआ निकलता है और कुछ दूर जाने के बाद उसमें विस्फोट हो जाता है। इस गन में मिसाइल लोड करने के बाद ट्रिगर दबाते ही आग उगलती हुई मिसाइल निकलती है और कुछ दूर जाने पर विस्फोट हो जाता है। आसमान की तरफ फायर करने पर यह गन जितना रोमांचक दिखता है, उससे कई गुना खतरनाक सामने फायर करने पर हो सकता है। मिसाइल का प्लास्टिक मिक्स बारूद जहां कहीं लगता है, वहीं जाकर चिपक जाता है। यह मिसाइल यदि किसी के आंख के आसपास लग जाए, तो आंखों की रोशनी जा सकती है।
नोएडा शहर के बाजारों में छह से अधिक मिसाइल गन उपलब्ध है। मिसाइल गन के दाम 40 से लेकर 120 रुपए तक है। वहीं मिसाइल गन का पूरा सेट 80 से 240 रुपये तक बेचे जा रहे है। दुकानदार सुरेश कुमार ने बताया कि इस दिवाली मिसाइल गन सबसे अधिक पसंद किए जा रहे है। मिसाइल गन को सबसे अधिक बच्चों के लिए खरीदा जा रहा है। रोजाना करीब 100 से 150 मिसाइल गन बिक जा रहे है। दुकान पर अन्य प्रकार के भी गन उपलब्ध है, लेकिन इन दिनों मिसाइल गन की डिमांड सबसे अधिक है। मिसाइल गन का प्रयोग आसमान की तरफ किया जाता है। सामने फायर करने पर नुकसान हो सकता है। वैसे सावधानी न बरती जाए तो सभी पटाखे खतरनाक है। एसपी सिटी दिनेश यादव का कहना है कि ऐसे गन को खरीदने से लोगों को बचना चाहिए। इस बारें में अधिनस्त अधिकारियों से बात करके इसकी जांच कराई जाएगी।