23/9/2016/11 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद डॉक्टरोंं ने बचाई जान
नोएडा। सेक्टर-27 स्थित कैलाश अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने असंभव को संभव कर दिया। डॉक्टरों की टीम ने 11 घंटे तक लगातार ऑपरेशन कर एक मरीज को नया जीवनदान प्रदान किया। कैलाश अस्पताल के सीनियर मैनेजर वीबी जोशी ने बताया कि 60 वर्षीय हरीश चंद की छाती में बहुत तेज दर्द की शिकायत होने पर उन्हें लाया गया था। जांच करने पर पता चला कि रोगी की महाधमनी का व्यास 10 सेमी तक पहुंच गया था जो कि सामान्य मनुष्यों में मात्र 3 सेमी तक होता है। इसके अलावा महाधमनी से रक्त स्त्राव हो रहा था। जिससे वह कभी भी फट सकती थी और रोगी की मौत हो सकती थी।
डाॅ. सतीश मैथ्यू द्वारा डैक्रान ग्राफ्ट ट्यूब के माध्यम से महाधमनी को 15 सेमी तक बदला गया और एरोटिक वॉल्व रिपेयर किया गया। इस सब में करीब 11 घंटे तक ऑपरेशन चला। आपरेशन के दौरान हृदय के रक्त प्रवाह को हार्ट लंग मशीन द्वारा 360 मिनट के लिए स्थानांतरित किया गया। इसके बाद रोगी का हृदय 220 मिनट तक रूका रहा। साथ ही उसके शरीर का तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ऐसे में रोगी की जान को खतरा हो सकता था। साथ ही महाधमनी में रक्तश्राव होने से कभी भी महाधमनी फट सकती थी। इससे रोगी की मौत हो सकती थी। इस प्रकार की जटिल समस्या होने के बाद भी डॉक्टरों की टीम ने हार नहीं माना और रोगी के इलाज में जुटे रहें। डॉक्टरों की टीम के अथक प्रयास से ऑपरेशन सफल रहा और रोगी की जान बचाई जा सकी। डॉ. सतीश मैथ्यू के नेतृत्व में उनकी पूरी टीम ने इस आपरेशन को सफल कर रोगी की जान बचाई।
वीबी जोशी ने बताया कि आज पूरी तरह से ठीक होकर रोगी अपने घर जा रहा है। कैलाश अस्पताल के अध्यक्ष आर.एन शर्मा ने बताया कि विश्व के सभी उन्नत अस्पतालों में इस तरह के आपरेशन में जीवित बचे मरीजों की संख्या लगभग 33 प्रतिशत है। नोएडा में पहली बार इस तरह का आपरेशन किया गया। महाधमनी का सफल ऑपरेशन करने वाली डॉक्टरों की टीम को आर.एन शर्मा (अध्यक्ष), डाॅ. रितू वोहरा (समूह चिकित्सा निदेशक), डाॅ. अनिल गुरनानी (समूह निदेशक क्रिटीकल केयर) और डाॅ. उमा शर्मा (चेयरपर्सन) ने बधाई दी।