31-3-18-एजेंसी-पाक ने भारत से उसके अधिकारियों को सिंधु नदी घाटी में चल रही भारतीय परियोजनाओं का निरीक्षण करने के लिए जाने की इजाजत मांगी है..सरकारी सूत्रों के अनुसार, केंद्र ने सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) के प्रावधानों के तहत इसकी व्यवस्था करने की बात कही है.. पाकिस्तान ने यहां दोनों देशों के बीच चल रही स्थायी सिंधु आयोग (पीआइसी) की दो दिवसीय बैठक के दौरान शुक्रवार को ये आग्रह किया…सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार को 114वीं पीआइसी बैठक के दौरान दोनों देश सिंधु नदी पर जम्मू-कश्मीर में भारत की दो जलविद्युत परियोजनाओं पाकल दुल और लोअर कालनई पर अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे..हालांकि दोनों देशों के बीच चल रहे तनावपूर्ण संबंधों के बीच इस मुद्दे पर बैठक में सौहार्दपूर्ण तरीके से बातचीत हुई..हालांकि इन दो परियोजनाओं पर पाकिस्तान के विरोध के बीच जम्मू-कश्मीर में एक अन्य भारतीय जलविद्युत परियोजना रत्ले (850 मेगावाट) पर बात ही नहीं हो पाई, जिसके डिजाइन पर भी इस्लामाबाद को आपत्ति है..
भारत ने इस पर वार्ता की पेशकश की, लेकिन पाक प्रतिनिधिमंडल ने इसके लिए पहले ही आयोग से ऊंचे यानि सचिव स्तर पर वार्ता जारी होने की बात कहकर प्रस्ताव नकार दिया..भारतीय प्रतिनिधिमंडल में सिंधु जल आयुक्त पीके सक्सेना, तकनीकी एक्सपर्ट और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि थे, जबकि छह सदस्यीय पाक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सैयद मुहम्मद मेहर अली शाह कर रहे हैं…सिंधु नदी घाटी की जांच की थी
दोनों देश साल में कम से कम एक बार स्थायी सिंधु आयोग की बैठक में वार्ता करते हैं…पिछली बार मार्च 2017 में इस्लामाबाद में दोनों देशों के बीच बैठक आयोजित की गई थी…
दोनों देश साल में कम से कम एक बार स्थायी सिंधु आयोग की बैठक में वार्ता करते हैं…पिछली बार मार्च 2017 में इस्लामाबाद में दोनों देशों के बीच बैठक आयोजित की गई थी…