25/11/2016 / नोएडा। विमुद्रीकरण के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो राष्ट्रीय एजेंडा तय किया है, उसके समर्थन में गुरुवार कको फोर्टिस चैरिटेबल फाउंडेशन (एफसीएफ) ने नोट बदलने, जमा करने और पैसे निकालने के लिए विभिन्न बैंकों और एटीएम के सामने कतारों में खड़े नागरिकों को खाद्य सामग्री व दवाएं बांटकर उन्हें राहत देने की कोशिश की। इस सेवा माध्यम से पूरे नोएडा में 2580 से ज्यादा लोगों को पानी, खाने की सामग्री, दवाएं और दूसरी सहायता उपलब्ध कराई गई।
फाउंडेशन की तरफ से इसके लिए फोर्टिस अस्पताल के डाॅक्टरों और नर्सों सहित 138 से ज्यादा लोगों की मदद ली गई। लोगों की मदद के लिए 5-6 लोगों की टीमें बनाई गईं ताकि इस पहल को आगे बढ़ाया जा सके। इसके बाद एटीएम और बैंकों के बाहर खड़े लोगों को मिनरल वाॅटर की बोतलें, जूस, बिस्किट, दवाएं और प्राथमिक चिकित्सा किट वितरित किए गए। ये स्वयं सेवक करीब 118 एटीएम, बैंक शाखाओं और डाकघरों तक पहुंचे और लोगों की सेवा की।
फाउंडेश के प्रमुख जसबीर ग्रेवाल ने बताया कि नोएडा निवासी मनोज गुप्ता एक एटीएम पर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। फोर्टिस फाउंडेशन के लोग उनके पास पहुंचे और उन्हें पानी और अन्य चीजें दीं। इसपर उन्होंने कहा कि सरकार ने जो कदम उठाया है, हम उससे बहुत खुश हैं। भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए सरकार के प्रयासों में योगदान कर रहे है।
जसबीर ग्रेवाल ने कहा कि विमुद्रीकरण का जो बड़ा कदम सरकार ने उठाया है, वह काले धन पर अंकुश लगाने की दिशा में स्वागत योग्य है। लोगों ने इस पहल के प्रति सकारात्मक रुख के साथ समर्थन जताया है। लेकिन एटीएम, बैंकों और डाकघरों के आगे लंबी-लंबी कतारों से उन्हें परेशानी भी उठानी पड़ रही है। हमारे स्वयंसेवक लंबी कतारों में खड़े लोगों और बैंक कर्मचारियों के पास पहुंचे और उन्हें पानी, खाने की सामग्री, दवाएं और दूसरी चीजों के जरिए मदद दे रहे है। स्थिति के सामान्य होने तक हम इस ‘सेवा’ को जारी रखेंगे।