9/12/2016 / नोएडा। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट को बंद करने के फैसले के बाद बैंकों में लगीी लंबी-लंबी कतारों से सबसे अधिक परेशानी बुजुर्गों को हो रही है। नोटबंदी के दौर में बैंकों की लाइन में लगने से सबसे ज्यादा मौतें बुर्जुगों की ही हुई है। बुजुर्गों को अब पेंशन लेने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रोजाना बैंकों की लंबी लाइनों को देखकर वरिष्ठ नागरिक वापस अपने घर की ओर लौट रहे हैं।
पेंशन के लिए परेशान वरिष्ठ नागरिकों के लिए जिलाधिकारी एनपी सिंह ने राहत भरा फैसला लिया है। बुजुर्गों की इस समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी ने हल निकाल लिया है। गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी एनपी सिंह की ओर से उन पेंशनर्स को राहत दी है जो बैंकों में अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा नहीं करा पाए हैं। जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर एनपी सिंह ने जनपद के सभी पेंशनर्स से कहा है कि नोट बंदी के चलते और बैंकों में अत्यधिक भीड़ होने के कारण जो ऐसे पेंशनर्स हैं जिनके द्वारा अभी तक अपना जीवित प्रमाणपत्र नहीं भरेे जा सके हैं। ऐसे सभी पेंशनर्स कलेक्ट्रेट में मौजूद कोषागार में उपस्थित होकर किसी भी कार्य दिवस में अपना जीवित प्रमाण पत्र दे सकते हैं, ताकि उनकी पेंशन सुचारू रुप से जारी हो सके।
जिलाधिकारी एननपी सिंह की यह पहल पेेंशनर्स के लिए काफी राहत भरी है। सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट में नोएडा और ग्रेटर नोएडा दोनों जगहों से आसानी से लोग जा सकते हैं। वहां पर बुजुर्गों को लंबी लाइनों में भी लगने की जरूरत नहीं होगी। वहीं ऐसे बुजुर्ग जो थोड़ा खड़ा होने में असमर्थ हैं उनके लिए बैठने की भी व्यवस्था होगी। प्रशासनिक अधिकारियों के ऐसे कई सीनियर हैं जिन्होंने अभी तक अपना जीवित प्रमाण पत्र का फॉर्म नहीं भरा है। उसके बाद नोटबंदी की वजह से बैंकों की लंबी लाइन इन बुजुर्गों के लिए विलेन बन गई है।