11/11/2016/नोएडा /सैक्टर -22 में आज भी ग्राहकों ने बैंक खुलने से पूर्व ही ग्राहक एकत्रित होने लगे तथा स्वयं कतारबद्ध होते दिखे. हालांकि निर्धारित समय से विभिन्न बैंकों की शाखाएं खुली तथा नोट बदलने व जमा करने के लिए अलग-अलग काउंटरों पर ग्राहकों के पुराने नोट बदलने तथा जमा करने का कार्य आरंभ हुआ . नोएडा के एसबीआइ मुख्य शाखा में पुराने नोट बदलने तथा जमा करने के लिए तीन-तीन अतिरिक्त काउंटर खोले गये है भारत सरकार के आदेश के बाद 500 व 1000 रुपये के पुराने नोटों को बदलने की शुरुआत गुरुवार से हो गयी
नोटों को बदलने के लिए बैंकों के बाहर सुबह से ही लोगों की लंबी लाइन लगी रही. वहीं प्रधान डाकघर के बाहर भी लोगों की भीड़ नोट बदलने के लिए उमड़ा रहा. सरकार द्वारा गुरुवार से पुराने नोट बदले जाने की घोषणा के बाद बैंक प्रबंधन द्वारा स्थानीय प्रशासन के सहयोग से ग्राहकों की संभावित भीड़ को देखते हुए आवश्यक इंतजाम किये गये थे. वहीं प्रशासन द्वारा सभी बैंक शाखाओं में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस पदाधिकारी की तैनाती पुलिस बलों के साथ किया गया था. पुराने नोट बदलने तथा जमा करने आये लोगों को एक घोषणा पत्र भर देना पड़ा. साथ ही अपना आइडी कार्ड की कॉपी भी उपलब्ध करानी पड़ी जिसके बाद चार हजार रुपये तक का पुराने नोट बदले गये. वहीं पैन नंबर के साथ लोगों द्वारा बड़ी संख्या में राशि अपने-अपने खातों में जमा कराया गया.
नोएडा के सभी बैंक शाखाओं में पुराने नोट बदलने से अधिक लंबी लाइन पुराने नोट जमा करने के लिए लगा दिखा. नोएडा के पंजाब नेशनल बैंक में ग्राहकों की लंबी लाइन लगी दिखी. लोग एनएच 83 किनारे खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे. नोट बदलने एवं पैसे की निकासी करने को लेकर बैंकों में सुरक्षा के लिहाजन सशस्त्र बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी ताकि भीड़ के कारण बवाल न मचे. संभावना के अनुरूप बड़ी संख्या में लोग बैंकों में जुटे थे.वहां प्रतिनियुक्त सुरक्षाकर्मी लोगों को कतारबद्ध करा रहे थे. साथ ही साथ चोर-उच्चकों पर भी पुलिस की कड़ी नजर थी. एसपी खुद विभिन्न बैंकों में घूम कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे. ड्यूटी पर प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों को एसपी पुरी तरह मुस्तैद रहने का निर्देश देते देखे गये.
क्या कहते हैं ग्राहक
बैंक में राशि बदलने आया था .करीब घंटा भर लाइन में लगा रहना पड़ा, लेकिन नोट बदल दिया गया. थोड़ी परेशानी तो हुई, लेकिन देशहित में यह परेशानी कुछ भी नहीं है. अमर कुमार
घर में 500 व 1000 के कुछ नोट पड़े थे. जिसे अपने खाते में जमा करा दिया . अब जरूरत के अनुसार राशि की निकासी करा लेंगे. इसमें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई. राजीव कुमार
सरकार का निर्णय काफी सराहनीय है. हालांकि लोगों को कुछ परेशानी हो रही है, लेकिन यह क्षणिक है. इससे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी तथा कालेधन पर रोक लगेगा.संतोष कुमार
सरकार को बड़े नोट बदलने की सीमा और बढ़ा देनी चाहिए ताकि लोगों की परेशानी कम हो सके. राशि जमा करने के लिए भी और काउंटर खोला जाये ताकि ग्राहको को सुविधा मिले. अभय कुमार वत्स