नोएडा। शहर में तेजी से फैल रहे डेंगू, चिकनगुनिया व अन्य तरह के बुखार के प्रकोप से एक तरफ सरकारी व निजी अस्पतालों में इलाज कराने वालों का तांता लगा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ इससे बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय अपना रहे हैं।
डेंगू व चिकनगुनिया के प्रकोप से बचने के लिए कोई हर्बल दवाओं का सहारा ले रहा है तो कई लोग ऐसे है जो बकरी का दूध पीकर खुद को डेंगू व चिकनगुनिया से बचाने का प्रयास कर रहे है। वहीं कई लोग पपीते का पत्ता, गिलोई, नारियल पानी और मौसमी जूस समेत अन्य तरह की चीजों का प्रयोग कर खुद को बचा रहे हैं। शहर में तेजी से फैले बुखार के प्रकोप के कारण बकरी का दूध 250 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक बेचा जा रहा है। वहीं डेंगू से जंग के लिए श्री चित्रगुप्त संस्था नोएडा की तरफ से गरीबों में मच्छरदानी के अलावा मच्छर मारने वाले क्वाईल को वितरित किया जा रहा है।
शहर में फैले बुखार के प्रकोप को देखते हुए ऑनलाइन पोर्टल पर भी हर्बल केक की डिमांड तेज हो गई है। www.hellopunditji.in पोर्टल पर ऐसा ही एक हर्बल केक है। आध्यात्मिक पोर्टल hellopunditji.in के फाउंडर चंद्रशेखर सिंह बताते है कि उनके पोर्टल पर उपलब्ध हर्बल केक डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव में काफी कारगर है। शहर में बुखार का प्रकोप फैलने के बाद इस हर्बल केक की डिमांड बढ़ गई है। चंद्र शेखर सिंह का कहना है कि नीम, लौंग, अजवाईन, कपूर, देसी घी समेत 80 प्रकार की जड़ी बुटियों को मिलाकर हर्बल केक को तैयार किया गया है। घर में हर्बल केक को जलाने से इसमें से निकलने वाला धूआं मच्छर, कॉकरोच, छिपकली व अन्य तरह के कीड़े-फतिंगें भाग जाते है।
हर्बल केक के धूए से स्वास्थ्य को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता, बल्कि हर्बल केक में मौजूद जड़ी-बुटियों के कारण इसके धूए से घर में मौजूद लोगों का तनाव दूर होता है और मन को संतुष्टी मिलती है। जिस प्रकार से पूजा-पाठ और हवन करके मन को अलग तरह की संतुष्टी मिलती है, उसी प्रकार हर्बल केक को जलाने के बाद उसके धूए से तनाव दूर हो जाता है और मन को संतुष्टी मिलती है। चंद्र शेखर सिंह का कहना है कि डेंगू व चिकनगुनिया जैसी बिमारियों को फैलाने वाले मच्छरों पर हर्बल केक का धूआं काफी असरदार साबित हो रहा है। महज 60 रुपए में मिलने वाले इस हर्बल केक का प्रयोग कर खुद को डेंगू व चिकनगुनिया समेत अन्य तरह के बुखार के प्रकोप से बचाया जा सकता है।
