26/11/2016 / नोएडा। एमिटी युनिवर्सिटी में गुरुवार दोपहर हुई बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र की संदिग्ध मौत के मामले में उसके पिता ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि उनके बेटे की मौत को जान-बूझकर मीडिया में आत्महत्या का रूप दिया गया है। पुलिस शिकायत दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
एसपी सिटी दिनेश यादव ने बताया कि गुरुवार दोपहर को नोएडा के सेक्टर-125 स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी के कैंपस में हॉस्टल नंबर-3 के पास बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र उदय शंकर का शव बरामद हुआ था। कॉलेज प्रशासन की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उन्होंने बताया कि छात्र के पिता उमा शंकर सिंह ने थाना सेक्टर-39 में इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसपी ने बताया कि उन्होंने आरोप लगाया है कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता। उसकी मौत के पीछे एमिटी यूनिवर्सिटी के प्रशासन का हाथ है। प्रबंधन लापरवाही के चलते उनके बेटे की मौत हुई है।
एमिटी युनिवर्सिटी में छात्रों की मौत का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले पांच वर्ष पूर्व भी एक छात्र की स्वीमिंग पूल में डूबकर मौत हो गई थी। छात्र के परिजनों ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराई थी। अगस्त माह व नवंबर माह में भी दो अन्य छात्रों ने आत्महत्या की थी। एक मामले में तो छात्र ने एमिटी यूनिवर्सिटी के लोगों के खिलाफ सुसाइड नोट में गंभीर आरोप लगाए थे। एक छात्र की यूनिवर्सिटी के स्वीमिंग पुल में संदिग्ध अवस्था में डूबकर मौत हो गई थी। छात्र केरल का रहने वाला था। छात्र के परिजनों ने इस मामले में एमिटी यूनिवर्सिटी के प्रबंधन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई। सीबीआई ने इस मामले में अपनी रिपेार्ट कोर्ट में दी है। इसी तरह अगस्त माह में यूनिवर्सिटी के लॉ स्टूडेंट सुशांत रोहिल्ला ने कॉलेज के प्रोफेसर पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में कॉलेज के छात्रों ने कई दिनों तक आंदोलन किया। नवंबर माह में पीजीएफडीएम के छात्र पिसाई कृष्णा ने कॉलेज के हास्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसने तेलगू भाषा में एक सोसाइड नोट भी लिखा था। देश की इस नामी युनिवर्सिटी में घटी इन घटनाओं ने युनिवर्सिटी के सुरक्षा व शिक्षा के माहौल पर प्रश्न चिह्न लगा दिया है।
मृतक उदय के परिजनों ने उनके बेटे की मौत के पीछे एमिटी यूनिवर्सिटी के प्रबंधन का हाथ होने का आरोप लगाया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। – दिनेश यादव, एसपी सिटी