13/09/2016/पिछले साल बकरीद पर हुई थी इकलाख की हत्या, बिगड़ा था गांव का माहाैल
नोएडा। बिसाहड़ा के मुस्लिम परिवारों ने नमाज अदा करने के बाद बकरे की कुर्बानी नहीं दी। मंगलवार को सिर्फ ईद की नमाज पढ़ी गर्इ। पिछले साल बकरीद के दो दिन बाद इकलाख की हत्या से गांव का माहौल बिगड़ गया था। वहीं, गांव प्रधान ने कहा कि हमारी तरफ से मुस्लिम परिवारों पर कुर्बानी को लेकर किसी तरह का कोर्इ प्रतिबंध नहीं है। उनका त्यौहार वह अपने तरह से मनाएंं। हम उसमें सहयोग करते हैंं।
बिसाहड़ा गांव के मुस्लिम समाज ने इस र्इद पर आपसी सौहार्द बनाए रखने के लिए कुर्बानी न देने का निर्णय लिया था। वहीं, बताया जा रहा है कि इकलाख के परिवार ने भी इस बार कुर्बानी नहीं दी। अपने इसी निर्णय पर अटल रहते हुए मंगलवार को बकरीद पर गांव के मुस्लिम परिवारों ने नमाज अदा करने के बाद बिना कुर्बानी दिए ही बकरीद मनार्इ। गांव में ही रह रहे एक मुस्लिम परिवार के सदस्य ने बताया कि उन पर प्रशासन या गांव के किसी भी हिंदू परिवार की तरपफ से कोर्इ दबाव नहीं है। हमारे गांव में रहने वाले मुस्लिम समुदाय ने खुद इस र्इद पर कुर्बानी न देने का फैसला लिया था। गांव में शांति बनी रहे आैर त्याैहार भी हंसी खुशी, सौहार्द से मना सके। इस वजह से यह निर्णय लिया गया।
बिसाहड़ा गांव में किसी तरह का कोर्इ बवाल न हो, इसके लिए एक प्लाटून पीएसी तैनात की गर्इ है। स्थानीय पुलिस के साथ ही विभाग के खुफिया तंत्र ने भी नजर गड़ाए रखी। वहीं, गांव के दोनों समुदाय के लोगों की समझदारी से मंगलवार को शांति पूर्वक नमाज अदा की गर्इ। पिछले साल बकरीद के बाद गोहत्या के आरोपी इकलाख के घर पर हमला कर उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। जबकि उसका बेटा दानिश गंभीर रूप से घायल हो गया था। मामले में गांव के 16 युवक अभी जेल में हैंं। मौके से बरामद मांस की फाॅॅरेंंसिक रिपोर्ट में बीफ की पुष्टि होने के बाद ग्रामीण सूरजपाल ने भी इकलाख के परिवार के छह लोगों पर मामला दर्ज कराया है। बिसाहड़ा मस्जिद के मौलाना ने कहा की गांव में बकरीद पर 6 से 7 बकरों की कुर्बानी की जाती थी। लोग अपने घरों में ही बकरे की कुर्बानी देते थे। इस बार लोगों ने बकरे की कुर्बानी नहीं देने का फैसला लिया था। इसी के चलते ईद की नमाज अदा की गर्इ। वहीं, एसपी देहात अभिषेक यादव ने बताया कि बिसाहड़ा में मंगलवार को लोगों ने नमाज अदा करने के बाद बकरीद मनार्इ। इस माैके पर बहुत शांति आैर सौहार्द से लोगों ने त्यौहार मनाया।