21/10/2016/ग्रेटर नोएडा। सूरजपुर कोतवाली एरिया के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान नवजात की मौत होने और उसका शव नहीं देने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। सैकड़ों की संख्या में पहुंची भीड़ के आक्रोश को देखकर अस्पताल प्रशासन ने नवजात का शव परिजनों को सौंप दिया। जिसके बाद लोग शांत हुए। खुर्जा के शेरपुर गांव के रहने वाले अरविंद ने 15 अक्तूबर को प्रसव पीड़ा होने पर अपनी पत्नी पूजा को सेक्टर स्वर्ण नगरी में स्थित कृष्णा लाइफ लाइन अस्पताल में भर्ती करवाया था। जहां पूजा ने बेटे को जन्म दिया। लेकिन जन्म होते ही बच्चे की हालत बिगड़ गई। डॉक्टरों ने उसे सूरजपुर स्थित मैक्स अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिजनों का आरोप है कि 16 अक्तूबर को उन्होंने नवजात को अस्पताल में भर्ती करवाया। बच्चे को हेपीटाइटस-सी बताया और एक लाख रुपए देने की मांग करने लगे। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने पर उन्होंने पैसे का इंतजाम करने को कहा। आरोप है कि पैसे की व्यवस्था नहीं होने पर अस्पताल प्रशासन ने बच्चे का ढंग से ईलाज नहीं किया। जिसके चलते बुधवार की रात बच्चे की मौत हो गई। आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने तीन दिन में ढ़ाई लाख रुपए का बिल बना दिया। पैसे जमा नहीं करने पर शव देने से इंकार कर दिया। विरोध में गुरुवार को सैकड़ों ग्रामीण अस्पताल में पहुंचे और जमकर हंगामा किया। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। काफी नोंक-झोंक के बाद अस्पताल प्रशासन ने बच्चे का शव परिजनों को सौंप दिया।