28/03/18/एजेंसी : हमारा देश हिंदुस्थान…जहां हर एक व्यक्ति किसी भी धर्म को मानने के लिए स्वतंत्र है…हमारे देश में मुस्लिम. सिख, ईसाइ और भी कई धर्म के लोग विशेष दिनों में धार्मिक जुलूस निकालते हैं…जिसमें राज्य की सरकार के साथ पुलिस उनकी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखती है…लेकिन जो भारत पूरी दुनिया में हिंदुत्व को लेकर पहचाना जाता है…उसी भारत के बंगाल में हिन्दुओं पर बर्बरता बरती जा रही है…ममता बनर्जी ने हिन्दुओं के खिलाफ में इस कदर रूप ले लिया है कि जब से उनकी सरकार है तब से लेकर अब तक ना जाने कितने ही हिन्दू मौत के घाट उतारे जा चुके हैं…और कितना मारे जा रहे हैं..इस बार का मामला राम नवमी के दिन का है जब ममता के नुमाइंदों ने हिन्दुओं के जुलूस पर कोहराम मचा दिया…बाकायदा राम नवमी के जलुसू पर हिंसक हमला करवाया गया..जिसमें एक युवक की जान चली गई जबकि कई घायल हो गए….और पुलिस सरकार के इशारे पर हमलावरों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेती..बल्कि मूक दर्शक बनकर सबकुछ देखती रहती है…ये सब सोचकर हैरानी होने के साथ गुस्सा भी आता है…कि क्या ये हमारा हिंदुस्थान हैं..जिसे बचाने के लिए हमारे पूर्वजों ने अपनी जाने गंवाई…क्या और धर्मों की तरह हिंदुओं को अपने धार्मिक जुलूस निकालने का हक नहीं है…हम ये सवाल इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि ममता को आखिर राम नवमी के जुलूस पर ही कानून की याद क्यों आती है…मुहर्रम के दिन उनके सारे कानून कहां चले जाते हैं…ममता की हिन्दुओं के प्रति इतनी क्रूरता को देखकर बीजेपी आग बबूला हो गई है…बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो ने तो ममता सरकार को जिहादी सरकार तक बता डाला…
वो जिहादी सरकार को दिखा देंगे कि बंगाल की आत्मा अभी जिंदा है…सोशल मीडिया पर सैकड़ों तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें से अगर 25 फीसदी भी सही निकलीं तो पता चलेगा कि हालात कितने खराब हैं…‘मेरे निर्वाचन क्षेत्र आसनसोल के रानीगंज में अल्पसंख्यक यानी कट्टरपंथी मुसलमानों ने बेहद ही खराब स्थिति कर दी गई है…यहां अल्पसंख्यक समुदाय के दर्जनों गुंडों ने हिंदुओं को उनके घरों से निकालकर बेरहमी से मारा…उनकी दुकानें जलाईं और तलवार-चाकू से हमला करके लोगों को घायल कर दिया…लेकिन इन गुंडों को पुलिस ने आसानी से जाने दिया…क्योंकि पुलिस ने कुछ राजनेताओं के कहे मुताबिक काम किया…देश जानना चाहता है कि ममता बनर्जी की सरकार राज्य में कैसे तुष्टीकरण की गंदी राजनीति कर रही है.