13/09/2016/आपातकालीन सेवा ठप होने से मरीजों की मुश्किल बढ़ी
नोएडा (ब्यूरो):राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदाकर्मियों की हड़ताल से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था आठ दिनों में चरमरा चुकी है। पीएचसी व सीएचसी समेत जिला अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ लग रही है। हालत यह है कि कई घंटे तक लाइन में लगकर इंतजार के बाद भी अधिकांश मरीजों को इलाज से वंचित होना पड़ रहा है। सोमवार को आठवें दिन भी संविदाकर्मियों का वहीं तेवर जारी रहा। गत तीन दिनों से आपातकालीन सेवा भी संविदाकर्मियों ने ठप कर दी है। इससे मरीजों की मुश्किल और भी बढ़ गई है।
गौरतलब है कि बीते 10 सितंबर से फ ार्मासिस्ट भी हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हैं। वह भी सरकार को 15 से दो घंटे के कार्य बहिष्कार व 20 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की धमकी दे चुके हैं। सोमवार को लखनऊ में स्वास्थ्य मंत्री व एनएचएम के संविदा कर्मियों के संगठन के साथ बातचीत हुईए लेकिन सफ ल नहीं हो सकी। ऐसे में संविदाकर्मियों ने हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया है। इसका असर सबसे ज्यादा सीएचसी व पीएचसी पर देखने को मिल रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग स्थिति को संभालने के लिए नियमित व ठेके पर कार्यरत स्टाफ का सहारा ले रहा है, लेकिन मरीजों की भारी तादाद के कारण इसमें सफ लता नहीं मिल पा रही। फ लस्वरूप मरीजों को इलाज के बजाय लाइन में लगकर धक्का खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। कल सीएचसी व पीएचसी से लेकर जिला अस्पताल तक में अधिकांश मरीजों को परेशान होना पड़ा। कई मरीज बगैर इलाज के ही वापस लौट गए।
संविदाकर्मियों की मु य मांगें
जॉब सिक्योरिटी
संविदाकर्मियों को वरीयता के साथ नियमित करना
2013 में रिजवी कमेटी द्वारा की संस्तुतियों को लागू करना
भविष्य में होने वाली आउटसोर्सिंग को रोकना
आशा बहुओं को भी निश्चित मानदेय देना
एनएचएम से निष्कासित हुए कर्मियों को वापस लाना।