3/12/2016 / नोएडा। बच्चों की फिल्मों का अपना एक सिनेमा है, इसमे एनीमेशन या प्रेरक फिल्मे बनाई व दिखाई जाती है। जिससे बच्चों का विकास ठीक से हो सके। आजकल हिंदी और वर्ल्ड सिनेमा दोनों ही बच्चों को लेकर एक अच्छा सिनेमा तैयार कर रहे है। इससे बच्चो के मनोरंजन के साथ-साथ उन्हें नया ज्ञान और अच्छी जानकारी मिल रही है। यह कहना है चिल्ड्रेन्स फिल्म फोरम के अन्तर्गत हुए पैनल डिस्कशन में माधवी आडवानी का।
बता दें कि शुक्रवार को वह सेक्टर-16ए फिल्म सिटी स्थित मारवाह स्टूडियों में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नोएडा आई हुई थी। माधवी आडवानी बच्चों के उत्थान के लिए कई सामाजिक कार्यो से जुड़ी हुई है। इस अवसर पर संदीप मारवाह ने कहा की आज के ज्वलंत मुद्दों जैसे सफाई, शिक्षा, ड्रग्स, बाल मजदूरी पर कई शार्ट फिल्म बनाई जा चुकी है। इन्हें स्लम एरिया में जाकर लोगो के साथ-साथ बच्चो को भी दिखाई जा रही है ताकि वह अपने अधिकारों को जान सके और शिक्षा व स्वछता दोनों को अपना सके।
इस अवसर पर बबीता शर्मा ने कहा कि किसी भी बात को कोई बच्चा दस बार कहने पर भी नही समझ पता,लेकिन फिल्म और मूविंग इमेज से वह उसे आसानी से समझ जाता है और सीखता है। इसलिए हमें हमेशा बच्चो को एक अच्छा सिनेमा देना चाहिए। इस अवसर पर बच्चो द्वारा बनाई गयी कई फिल्मे भी दिखाई गई, जिसमे एक है चिट्ठी जिसका निर्देशनमोहित अरोड़ा ने किया है। इसकी कहानी है एक मां की जिसका बेटा एक फौजी है, जिसके घर से चले जाने के बाद उस मां पर क्या बीतती है यह दिखाया गया है।