नोएडा। यूपी का शो विंड़ो कहे जाने वाले नोएडा के अधिकतर लोग बुखार से पीड़ित है। यह बुखार चिकनगुनिया है या डेंगू इसकी पुष्टी करना आसान नहीं है। हालांकि, सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में पिछले दिनों हुए ब्लड टेस्ट में एक मरीज में चिकनगुनिया पाया गया था। वहीं दूसरी ओर शहर में अभी तक एक भी मरीज में डेंगू की पुष्टी नहीं हो पाई है। जबकि डेंगू और चिकनगुनिया एडीज मच्छर के काटने से ही होता है। इन दिनों शहर के एकमात्र सरकारी अस्पताल व प्राइवेट अस्पतालों में बुखार के मरीजों की भीड़ लगी हुई है। आलम यह है कि सरकारी और सेक्टर-24 स्थित ईएसआई अस्पताल में बुखार के मरीजों से बेड फुल है। ज्यादातर मरीजों में चिकनगुनिया के लक्षण पाए जा रहे है। आगामी समय में डेंगू भी अपने पैर पसार सकता है। डॉ. वंदना मलहोत्रा गोयल, एसोसिएट कंसल्टेंट मेडिसिन विभाग जेपी हॉस्पिटल ने बताया कि डेंगू से बचने के लिए सभी स्थानों की साफ सफाई जरुर करें।
डॉ गोयल ने बताया कि, डेंगू बुखार बच्चों को तेजी से प्रभावित करता है। उन्होंने बताया कि, अचानक तेज बुखार, सर दर्द, आंखों में दर्द, जोड़ो व माशपेशियों के अलावा पूरे शरीर में दर्द का होना और चिड़चिड़ापन डेंगू के लक्षण है। इसके लक्षण 3 से 5 दिनों के बाद दिखाई देते है। डेंगू होने पर प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है। इसके अलावा कुछ मामलों में डेंगू बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। डॉ गोयल ने बताया कि, डेंगू से बचने के लिए आपने आसपास या घर में पानी जमा ना होने दे। पूरी बाजू के कपड़े पहने, जिससे शरीर पूरी तरह से ढ़क जाए। बुखार आने पर केवल पेरासिटामोल की गोली लें। अगर डेंगू के लक्षण दिखाए दे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह ले। अन्यथा डेंगू हानिकारक साबित हो सकता है।
