4/11/2016/नोएडा। पर्यावरण संरक्षण के प्रति जिला प्रशासन एक बार फिर सख्त हो गया है। जनपद के पर्यावरण के प्रति गंभीरता दिखाते हुए जिलाधिकारी एनपी सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया है। जिलाधिकारी जनपद के पर्यावरण को मानकों के अनुरूप बनाए रखने लिए लगातार कार्य कर रहे है। इस दिशा में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को पर्यावरण संतुलन में अपनी भूमिका निभाने का निर्देश दिया।
गुरुवार को जिलाधिकारी एनपी सिंह ने नोएडा व ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारियाें को पत्र भेजा है। पत्र के जरीए उन्होंने कहा कि दोनों प्राधिकरण के क्षेत्र में उनके द्वारा जो निर्माण कार्य कराए जा रहे है, वहां पर किसी प्रकार की धूल न उड़ाई जाए। साथ ही निर्माणाधीन साइट्स पर मानकों के अनुसार पानी का छिड़काव किया जाए। दोनों प्राधिकरण की तरफ से इस प्रकार की कार्रवाई का निर्देश सभी बिल्डरों को दिया जाए। उन्होनें यह भी कहा कि यदि किसी निर्माणाधीन साइट्स पर भू-गर्भ जल दोहन पाया जाएगा तो उसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने इस संबंध में जनपद के सभी उप जिलाधिकारी व पुलिस विभाग के क्षेत्राधिकारियों को भी निर्देश दिया है कि फसलों की जड़ों को किसानों द्वारा जलाया न जाए। इसके लिए दोनों विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से ग्रामीणों को जागरूक कर उन्हें इससे होने वाले प्रदूषण की जानकारी दें। जिलाधिकारी ने कहा कि जो वाहन रेत, बजरी, मिट्टी या अन्य सामग्री बिना पानी के छड़काव किए या खुली ले जाते हुए रोड पर चल रहे हैं, उनके विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही एनजीटी के मानकों के अनुरूप उनके खिलाफ जुर्माना लगाया जाए। वही दूसरी ओर जो वाहन बार-बार इस नियम का उल्लघन कर रहे हो, उसे सीज करने की कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग व प्रदूषण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि दोनों विभाग के अधिकारी सघन चेकिंग अभियान चलाकर प्रदूषण को रोकने की व्यापक स्तर पर कार्रवाई करें। साथ ही आरटीओ विभाग द्वारा लगातार सघन चेकिंग अभियान चलाया जाए। जो वाहन सड़कों पर प्रदूषण फैला रहे है उन्हें सीज करने की बड़ी कार्रवाई की जाए ताकि नोएडा और ग्रेटर नोएडा का पर्यावरण मानकों को अनुसार कायम रहें।