की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाल की सीएम होने के साथ एक हिंदू भी हैं…लेकिन जैसा की आपने सुना उनके मुंह से अल्ला और उसके बंदों के लिए जमकर दुआएं निकल रही हैं…वैसे तो ये कोई गलत बात भी नहीं है..क्योंकि हिंदुस्थान में हर व्यक्ति को कोई भी धर्म मानने की आजादी है…लेकिन सवाल ये है कि ममता बनर्जी ने न तो कभी भगवान राम के नाम का नारा लगाया है और न ही कभी हिंदुओं के किसी अन्य देवी-देवता का…बल्कि वो हिंदुओं के मनाए जाने वाले त्योहारों पर एक के बाद एक प्रतिबंध जरूर लगाती जा रही है…जिस वजह से बंगाल के कट्टरपंथी मुस्लिम हिंदुओं पर हावी होते जा रहे हैं…आसनसोल में रामनवमी के जूलुस पर कट्टरपंथी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हमला कर दिया…और पुलिस सरकार के इशारे पर मूक दर्शक बनकर सबकुछ देखती रही…हालांकि इसका खामियाजा पुलिस को भी उठाना पड़ा..और पुलिस उपायुक्त अरिंदम दत्त चौधरी को बम विस्फोट में अपने हाथ की अंगुलियां गंवानी पड़ी…आसनसोल के रानीगंज में जिस तरह से कट्टरपंथियों ने रामनवमी के जूलुस पर पत्थर, तलवार, चाकू यहां तक कि विस्फोटक सामान से हमला किया…उससे ममता सरकार के साथ-साथ पुलिस प्रशासन भी सवालों के घेरे में है…क्योंकि रामनवमी के एक दिन पहले रामलीला समिति आसनसोल ने सुरक्षा को लेकर बंगाल पुलिस से मुलाकात की थी…पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि जूलुस के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों को इक्कठा नहीं होने दिया जाएगा..और सुरक्षा के पूरे इंतजाम होंगे…पुलिस के इन दावों में कितना दम था…ये इस घटना से साफ हो गया…दरअसल आसनसोल में जब रामनवमी का जूलुस निकलना शुरु हुआ..उसके थोड़ी ही देर बाद हजारों की संख्या में कट्टरपंथियों ने अल्लाह-हो–अकबर का नारा लगाते हुए जूलुस पर विस्फोटक सामग्री के साथ हमला कर दिया..कट्टरपथियों की दहशत इस कदर हावी हुई कि उन्होंने हिंदुओं को उनके घरों से निकालकर बेरहमी से मारा…उनकी दुकानें जलाईं और तलवार-चाकू से हमला करके लोगों को घायल कर दिया…इस हमले के बाद पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारी ने सहायता का आश्वासन तो दिया…लेकिन घटनास्थल पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स नहीं पहुंची…जिसका नतीजा ये निकला कि बंगाल एक बार फिर से जल उठा…वहीं राजनेताओं के इशारे पर मौके पर मौजूद हमलावर गुंडों को पुलिस ने आसानी से जाने दिया…बंगाल जल उठा…हिंदू तड़पता रहा…जिस देश में राम नवमी पर स्कूल-कॉलेज, ऑफिस यहां तक कि कोर्ट में भी छुट्टी होती है…उस रामनवमी के जूलुस की इस आग में आहूति चढ़ गई…पुलिस की निष्क्रियता और ममता सरकार का मौन बंगाल में रह रहे हिंदुओं के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लगा रहा है…क्योंकि इस पूरे घटनाक्रम को पुलिस और सरकार तमाशबीन बनी देखती रही…
