23/11/2016 / नोएडा। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद किए जाने के बाद शहर के उद्यमियों को हो रही समस्या को लेकर बुधवार को सेक्टर-6 स्थित एनईए सभागार में नोएडा एन्ट्रेप्रिनियोर्स एसोसिएशन की तरफ से बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लेकर नोटबंदी से हो रही समस्या पर पीएम मोदी के नाम पत्र भेजा गया। पत्र में एनईए ने भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए 500 और 1000 नोट बंद किए जाने की सराहना की ।
एनईए अध्यक्ष विपिन मल्हन ने बताया कि पत्र में मूल-भूत सुविधाओं को मजबूत किए बिना उठाए गए पीएम के इस कदम से आम जनता में रोष व्याप्त होने की बात कही गई । पत्र के जरिए बताया गया कि नोएडा शहर एक विश्वविख्यात औद्यौगिक नगरी है और यहां के 9000 उद्योग में करीब 7 लाख श्रमिक कार्यरत है। वहीं अधिकांश बडे उद्योगों में 2000 श्रमिक कार्यरत है। यहां के अधिकांश उद्योगों को उत्पादन में कच्चे माल की खरीद खुदरा बाजार से करनी पड़ती है जो कि पिछले कई वर्षो से नकद भुगतान से ही होती रही है और श्रमिकों को भी नगद भुगतान करना पड़ता है।
चालू खाते से सप्ताह में मात्र 50,000 रुपए निकालने की सुविधा प्रदान की गई है। इसके बावजूद बैंकों द्वारा उद्यमियों को धनराशि उपलब्ध नही कराई जा रही है, जिसके कारण उद्योग में उत्पादन प्रभावित हो रहा है। साथ ही यहां के उद्योग धीरे-धीरे बंदी के कगार पर पहुंच रहे है। एनईए ने कहा कि नोटबंदी के फैसले के समय 50 दिन में सब नार्मल होने की बात कही गई है, लेकिन स्थिति ऐसी ही रही तो 50 दिनों में उद्योग बंदी के कगार पर पहुंच जाएंगे और मजदूर बेरोजगार हो जाएगा।
पत्र के जरिए एनईए ने पीएम मोदी से अनुरोध किया कि उद्योगो को चालू खाते से प्रति सप्ताह 50,000 रुपए से बढ़ाकर कम से कम 1 लाख रूपए निकालने की सुविधा प्रदान की जाए। साथ ही सभी बैंकों को निर्देश दिए जाए कि सरकार द्वारा निर्धारित धनराशि उद्यमियों को उपलब्ध कराई जाए, जिससे उत्पादन कार्य प्रभावित न हो और उद्योग सुचारू रूप से चलते रहें। इसके अलावा एनईए ने छोटे उद्योगों द्वारा बैंक से ऋण लेकर उद्योगों का संचालन किया जा रहा है। ऐसे उद्योगों को जब तक स्थिति सामान्य नही हो जाती तब तक उन्हें ब्याज में छूट प्रदान करने की मांग की । बैठक में एनईए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन, महासचिव बीके सेठ, वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मवीर शर्मा, उपाध्यक्ष मोहन सिंह, मोहम्मद इरशाद, सचिव कमल कुमार, विनीत कत्याल, कोषाध्यक्ष एससी जैन और सह सचिव पियूष मंगला के अलावा अन्य पदाधिकारी व उद्यमी मौजूद थे।